:हिंगोरा सिंह:
अंबिकापुर: विकासखंड लखनपुर के अंतर्गत स्थित लखनपुर तहसील कार्यालय में आज किसानों की भारी भीड़ देखने को मिली। सिरकोतंगा, पुहपुटरा, गुमगरा कला, भरतपुर, बिनकरा, गणेशपुर, कोलयार टीकरा, लहपट्रा, पल्गानी और आसपास के अनेक गाँवों के किसान अपनी समस्याएँ लेकर तहसील पहुँचे। इस वर्ष 2025 में किसान धान बेचने को लेकर बेहद उत्साहित थे, लेकिन सरकारी प्रक्रियाओं में अव्यवस्था, तकनीकी खराबी और रजिस्ट्रेशन संबंधी अड़चनों ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

किसानों की मुख्य समस्याएँ — जमीनी हकीकत उजागर
- गिर्दावरी और पंजीयन में भारी गड़बड़ी
किसानों ने बताया कि इस बार गिर्दावरी (भूमि सत्यापन) में कई त्रुटियाँ सामने आईं।
जहाँ पहले उनका पूर्ण रकबा दर्ज था, वहीं इस बार सिस्टम में रकबा कम दिखाया गया, जिससे धान खरीदी का लक्ष्य अचानक घट गया।
किसानों का आरोप—
“ज़मीन वही है, लेकिन सिस्टम में रकबा कम दिखाकर हमारा सीधा नुकसान किया जा रहा है।” - DSC–RC सत्यापन और Agree-Stack में तकनीकी खराबी
रजिस्ट्रेशन की अनिवार्य प्रक्रियाएँ जैसे DSC और RC सत्यापन बार-बार फेल हो रही हैं।
Agree-Stack पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ी के कारण approval और update लंबे समय से अटका हुआ है - सोसायटी और तहसील के चक्कर में फँसे किसान
किसानों ने बताया कि सोसायटी उन्हें तहसील भेज रही है और तहसील उन्हें वापस सोसायटी भेज रही है।
इस चक्कर में किसानों का समय, पैसा और मेहनत लगातार बर्बाद हो रहा है। - लक्ष्य से कम धान बेचने की मजबूरी
रकबा कम दर्ज होने और पंजीयन त्रुटियों के कारण किसान पूरा लक्ष्य पूरा होने के बावजूद कम धान बेच पा रहे हैं, जिससे उन्हें सीधा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
किसानों ने चेताया — समस्या हल न हुई तो होगा चक्का जाम
किसानों ने साफ कहा कि यदि इन समस्याओं का समाधान समय पर नहीं किया गया, तो
आगामी 27 नवंबर को NH-130, लहपट्रा गांधी चौक के पास बड़े पैमाने पर चक्का जाम किया जाएगा।
यह आंदोलन धर्मेंद्र झरिया (पूर्व जनपद सदस्य, वर्तमान जनपद सदस्य प्रतिनिधि) और
सूरज सिंह पैकरा (पूर्व सरपंच, पल्गनी) के नेतृत्व में किया जाएगा।
किसानों ने बताया कि उन्होंने आज तहसील कार्यालय, लखनपुर में ज्ञापन सौंप दिया है और प्राप्ति रसीद (Pawati) भी ले ली है।
किसानों में नाराज़गी, लेकिन उम्मीद अभी भी बाकी
पुहपुटरा सिरकोतंगा, पल्गनी, लहपट्रा, भरतपुर, गुमगरा कला और अन्य गाँवों से आए किसानों ने कहा कि वे कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है
किसानों का बयान—
“हमारा काम एक साधारण अपडेट से हो सकता है, लेकिन न सोसायटी अपडेट कर रही है, न तहसील। हम जाएँ तो जाएँ कहाँ?”
तहसीलदार ने दिलाया समाधान का भरोसा
किसानों की भारी भीड़ और बढ़ते आक्रोश को देखते हुए तहसीलदार ने कहा—
सभी लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण किया जाएगा
संबंधित सोसायटियों को तत्काल निर्देश भेजे गए हैं
पंजीयन की त्रुटियों को सुधारकर तुरंत अपडेट किया जाएगा
तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए विशेष टीम तैनात की जा रही है
ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि अब शायद उनकी समस्याओं का समाधान जल्द हो सकेगा।
उपस्थित प्रमुख किसान धर्मेंद्र झरिया (पूर्व जनपद सदस्य, वर्तमान जनपद सदस्य प्रतिनिधि), सूरज सिंह पैकरा (पूर्व सरपंच, पल्गनी), राजेश पैकरा (सरपंच, लहपट्रा)
लक्ष्मण रजवाड़े, कैलाश साहू, सुरेंद्र झरिया, भरत यादव, उदय सिंह,दिगंबर पैकरा,, और सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित रहे।
SDM वन सिंह नेताम से बात करने पर बताया गया कि पोर्टल में improval या अन्य तकनीकी खामी होगा तो जल्दी से कार्य कराएंगे आवेदन देंगे कोइ दिक्कत नहीं होगा