अंतर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क को झटका
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (जीपीएम)। पुलिस ने NDPS अधिनियम के तहत की गई एंड-टू-एंड जांच में एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। स्थानीय पुलिस के सहयोग से ओडिशा के नक्सल प्रभावित जिलों, कालाहांडी और बौध से दो सप्लायरों को गिरफ्तार किया गया है, जो अंतर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त थे। इनकी गिरफ्तारी से एक संगठित तस्करी नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जो अवैध रूप से गांजा की आपूर्ति करता था।
गिरफ्तार आरोपियों में पीबाना सिंह (35 वर्ष) निवासी जिला कालाहांडी, ओडिशा और सिधेश्वर राणा उर्फ सुमंतु (28 वर्ष) निवासी जिला बौध, ओडिशा शामिल हैं । इन दोनों की संलिप्तता गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में दर्ज दो अलग-अलग NDPS मामलों में पाई गई थी। थाना पेंड्रा में दर्ज अपराध क्रमांक 362/24 में आरोपी पीबाना सिंह की भूमिका सामने आई, जिसमें 73 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया था। इस मामले में 16 जनवरी 2025 को खोडरी जोबाटोला के जंगल में कार्रवाई करते हुए गांजा तस्करों को पकड़ा गया था, जिसमें मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के तस्करों की संलिप्तता भी पाई गई थी। वहीं, थाना गौरेला में दर्ज अपराध क्रमांक 304/2024 में आरोपी सिधेश्वर राणा उर्फ सुमंतु की संलिप्तता उजागर हुई, जिसमें 1.05 क्विंटल गांजा जब्त किया गया था। यह गांजा खोंगसरा-पीपरखुंटी मार्ग से दो अलग-अलग वाहनों में ले जाया जा रहा था, जहां से पुलिस ने घेराबंदी कर कार्रवाई की थी। इस मामले में अन्य तस्करों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, और पूछताछ में सामने आए बैकवर्ड लिंक के आधार पर ओडिशा में दबिश देकर सिधेश्वर राणा को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के लिए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता की मुख्य भूमिका रही, जिन्होंने ओडिशा राज्य के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आरोपियों की पतासाजी करवाई। उनकी अगुवाई में साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव, सहायक उप निरीक्षक गोपाल खांडेकर, आरक्षक राजेश शर्मा, सुरेंद्र विश्वकर्मा और हर्ष गहरवार की टीम ने ओडिशा में दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई।
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प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि दोनों आरोपी नक्सल प्रभावित इलाकों में अवैध गांजा खेती करने वाले गिरोहों से मादक पदार्थ खरीदकर विभिन्न राज्यों में तस्करी करते थे। इनकी गिरफ्तारी से इस तस्करी नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है। पुलिस अब फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन और अन्य लिंक की जांच कर रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सके।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्रीमती भावना गुप्ता ने कहा कि यह गिरफ्तारी मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पुलिस टीम ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्रवाई कर इन आरोपियों को पकड़ा है। इस नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।