Mahapariksha Abhiyan- सेंट्रल जेल में महापरीक्षा अभियान, 400 से ज्यादा बंदी हुए शामिल

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के जेलों में बंदियों के लिए शैक्षिणक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में बंदियों के लिए विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया।
इस राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान में साक्षरता कार्यक्रम में अध्ययनरत 361 पुरुष एवं 51 महिला बंदियों ने भाग लिया । परीक्षा के आयोजन के लिए जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा राजेश्वर राम को केंद्राध्यक्ष एवं राहुल सोनी, दिगम्बर सिंह कंवर, नीतू सिंह को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण सीईओ जिला पंचायत विनय अग्रवाल, अपर कलेक्टर राम सिंह ठाकुर, जेल अधीक्षक योगेश सिंह क्षत्री एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा किया गया।

विदित हो कि केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में नियमित शैक्षणिक कक्षाएं संचालित है जिसमें संस्कृत विद्यालय में कक्षा 6वीं से 8वीं तक 24 बंदी अध्ययनरत है। इग्नू अध्ययन केन्द्र के अंतर्गत स्नातक की कक्षाओं में 23 बंदी अध्ययनरत है साथ ही विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में 137 बंदी संलग्न है। महापरीक्षा के सफल आयोजन व शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन में आरआर मातलाम उप अधीक्षक, बानी मुखर्जी, संजय खैरवार सहायक अधीक्षक, अखिलेश राजपूत, शंकर तिवारी मुख्य प्रहरी का योगदान रहा। विशेष पिछड़ी जनजाति के बंदी जो जेल आने के पूर्व निरक्षर थे। जेल में रहने के दौरान साक्षरता की कक्षाओं में भाग तथा रविवार को राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान में भाग लिया। बंदी नईहर साय पण्डो पिता सोहन पण्डो (50) हत्या के मामले में आजीवन कारावास, बंदी खईटू राम कोरवा पिता नवरा राम कोरवा (48) हत्या के मामले में आजीवन कारावास, बंदी सुखन कोरवा पिता बिफू कोरवा (55) हत्या के मामले में आजीवन कारावास तथा बंदी छेरतु राम कोरवा पिता गोईदा राम (54) हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं।

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