Lack of teachers: शिक्षकों की कमी और महंगी शिक्षा, क्या यही विष्णु का सुशासन है:रविन्द्र शोरी

भानुप्रतापपुर:  शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को पूरी तरह से बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ बताते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष देवलाल नरेटी ने कहा है कि विष्णुदेव के कुशासन में बच्चों का भविष्य अंधकारमय है,रायपुर सहित लगभग सभी जिले के अनेकों स्कूलों में सैकड़ों रिक्त पदों की जानकारी छिपाई जा रही, कई स्कूल ऐसे हैं, जहां दर्जनों शिक्षक होने के बावजूद उन्हें एकल शिक्षक या शिक्षक विहीन स्कूल बता कर शिक्षकों को जबरिया भेज रहे हैं। कई स्कूलों में जहां अतिशेष बताकर शिक्षकों को अन्यत्र भेजा गया है, उन्हीं स्कूलों में फिर से उसी विषय के शिक्षक भेजे जा रहे हैं। सरकार में बैठे लोग अपने चहेतों को अतिशेष की सूची से बाहर कर दिए हैं।

कांकेर जिले अध्यक्ष रविंद्र शोरी ने बताया कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर पिछले शिक्षण सत्र की तुलना में छत्तीसगढ़ के 10372 सरकारी स्कूल कम हो गए, नाराज प्रदेश भर के शिक्षक हड़ताल पर हैं, रखरखाव के अभाव में कई स्कूल जर्जर अवस्था में हैं और आत्ममुग्ध सरकार के शाला प्रवेश उत्सव मना रही है। लोकसभा अध्यक्ष हरेश चक्रधारी ने बताया कि रायपुर के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में हजारों छात्रों को निशुल्क पाठ पुस्तक नहीं मिलने के मामले में रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है। रायपुर सहित पूरे प्रदेश में जिला शिक्षा अधिकारी और प्राइवेट स्कूल संचालकों की मिलीभगत के चलते छात्रों को निशुल्क पाठ पुस्तक नहीं मिल पा रही है जिस कारण उन्हें महंगे और अतिरिक्त सिलेबस वाले गुणवत्ता विहीन पुस्तक खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। वही निजी स्कूलों ने शासन की ओर से दी जाने वाली निशुल्क पाठ्य पुस्तक नहीं ली है जिससे छात्रों को महंगी किताबें लेनी पड़ रही हैं जो गैरकानूनी है।

 

एस.टी. विंग के प्रदेश अध्यक्ष मेहर सिंह वट्टी का कहना है कि शिक्षकों की कमी और महंगी शिक्षा, क्या यही विष्णुदेव सुशासन है स्कूली छात्रों को यह सरकार ना यूनिफार्म दे पा रही है, ना सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल का वितरण हो पा रहा है, न ही पाठ्यपुस्तक समय पर छात्रों को उपलब्ध है। पिछले शिक्षण सत्र के दौरान भी लगातार यह शिकायतें आई कि उसी सत्र की किताबें कबाड़ की दुकान और कागज गलाने के कारखानो तक पहुंचाए गए। वर्तमान सत्र में भी यही हाल है, स्कूल खुलने से पहले ही जो किताबें स्कूली बच्चों के बस्तों में होने चाहिए, कमीशनखोरी के चलते कबाड़ की दुकानों में पहुंचना शुरू हो गया है। भाजपा की सरकार मोटे कमीशन के लालच में निजी स्कूलों को संरक्षण देने के लिए सरकारी शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने में तुली हुई है।

आम आदमी पार्टी के कांकेर जिला के सचिव संतोष मंडावी ने कहा कि आम आदमी पार्टी प्रदेश में बच्चों की शिक्षा के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ पर सरकार से आग्रह करती है की राज्य में बच्चों को सस्ती और बेहतर शिक्षा उपलब्ध करावे ताकि बच्चों का उज्जवल भविष्य बन सके।