कोरबा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा विश्व सद्भावना भवन में संस्था के संस्थापक ब्रह्मा बाबा की 56वीं पुण्यतिथि विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर संस्था के विभिन्न स्थानों के भाई बहने उपस्थित रहे 7 इस अवसर पर संस्था की संचालिका बी. के. रुक्मणि दीदी ने ब्रह्मा बाबा की विशेषताओ के ऊपर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा अपने समय के सबसे बड़े और प्रसिद्ध व्यापारी थे। उन्होंने कहा की बाबा ने अपने सारे जमीन जायजाद बेचकर नारी उत्थान एवं नारी सशक्तिकरण के लिए इस संस्था की नींव रखी और इसकी संचालन की जिममेदारी नारियों को सौंप दी। इतने बड़े त्याग के बाद भी खुद को कभी आगे नहीं रखा। उन्होंने अपने जीवन में 12 गुरु बनाये थे, वह कहते थे कि गुरु का बुलावा मतलब काल का बुलावा उन्हें 60 वर्ष की आयु में नये युग एवं महाविनाश का साक्षात्कार हुआ था। अंत में सभी ने मेडटेशन कर विश्व में हो रहे प्रकृति के प्रभाव को शांति का दान दिया। संस्था के भाइयो द्वारा ब्रह्मा बाबा की कुटिया एवं उनकी शांति स्तम्ब का मॉडल बनाई गई और 300 से अधिक लोगो ने संगठित होकर योग किया।