Khandagras solar eclipse खण्डग्रास सूर्यग्रहण

Khandagras solar eclipse

पण्डित मनोज शुक्ला महामाया मन्दिर रायपुर

खण्डग्रास सूर्यग्रहण

Khandagras solar eclipse 25 अक्टूबर , मंगलवार को लगने वाले खण्डग्रास सूर्यग्रहण की जानकारी

सूतक प्रारंभ – प्रातः 4.51 से
ग्रहणस्पर्श – शाम 4.51 से
ग्रहणमोक्ष – शाम 5.29 पर
यह ग्रहण पूरे भारत देश मे दिखाई देगा।

Khandagras solar eclipse सूतक लगने से पहले तक पूरी रात माँ महालक्ष्मी जी की पूजन कर सकते है। सूतक व ग्रहण काल मे देवमूर्ति का स्पर्श निषेध माना गया है। इसलिये सूतक लगने के पहले ही पूजन स्थल पर रखे जेवर गहने नगद राशि आदि को उठा कर सुरक्षित जगह पर रख लेवें , पूजन स्थल में पर्दा लगा कर रख देवें,

Khandagras solar eclipse सूर्यग्रहण के समय मंत्र जप-ध्यान करने से सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है। इसलिये ग्रहण स्पर्श होते ही स्नान करके रेशमी वस्त्र या गीले वस्त्र पहन कर , माला पुस्तक आदि लिये बिना ही जप या पाठ कर सकते हैं।

Khandagras solar eclipse ग्रहण मोक्ष के बाद शुध्द स्नान कर , शुद्ध वस्त्र /मौली धागा / जनेऊ आदि बदलकर पूजन स्थल को शुद्ध पवित्र कर पूजन करें। पूर्व दिवस की पूजन सामग्रियों को विसर्जन के लिये अलग करें।

Khandagras solar eclipse ग्रहण काल के समय भोजन करने वाला मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उतने वर्षों तक ‘अरुन्तुद’ नरक में वास करता है।

सूर्यग्रहण में 12 घण्टे पूर्व सूतक लग जाता है।

बालक , वृद्ध , रोगी व गर्भवती माताओं को डेढ़ प्रहर (साढ़े चार घंटे) पूर्व तक भोजन कर लेना चाहिये।

Khandagras solar eclipse ग्रहण का प्रभाव 12 राशियों में अलग अलग पड़ता है। तत्सम्बन्धी ग्रहण जन्य दोष के निवारण के लिये ग्रहण मोक्ष पश्चात शुद्धिकरण स्नान तथा यथाशक्ति दान अवश्य करना चाहिये।

विशेष सूचना – किसी भी तरह के दान का संकल्प किये हैं या किसी पण्डित पुजारी द्वारा कराये गये पूजन अनुष्ठान का दक्षिणा देना बचा हो / नही दिये है, तो ग्रहण दिवस के पूर्व ही यथाशक्ति दे देवें। ग्रहण काल के दौरान उधारी न रखें।

 

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