एसडीओपी डॉ ध्रुवेश जायसवाल ने करोड़ों की अवैध कमाई संपत्ति कराई फ्रीज
दिपेश रोहिला
जशपुर। ऑपरेशन आघात के तहत जशपुर पुलिस ने सफेमा कोर्ट मुंबई के माध्यम से गांजा तस्कर की करोड़ों की अवैध कमाई संपत्ति फ्रीज कराई है। आई जी सरगुजा रेंज अंकित गर्ग एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन में सरगुजा रेंज में पहली बार जशपुर जिले से सफेमा के तहत् कार्यवाही की गई है। जशपुर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के हल्दीझरिया थाना बागबहार निवासी हीराधर यादव ओड़िसा से गांजा लाकर छत्तीसगढ़ तथा अन्य राज्यों में व्यापार का पुराना सरगना था। हीराधर यादव को चौकी कोतबा थाना बागबहार द्वारा 27 किलोग्राम गांजा के साथ पकड़ा था जिस पर अपराध क्र. 94/2024 धारा 20(बी)(ii)(सी) दर्ज किया गया था। अभियुक्त शातिर किस्म का गांजा तस्कर था जिसके विरूद्ध सरगुजा जिले में भी गांजा तस्करी के 2 अपराध पंजीबद्ध किये गये थे।
विदित हो कि पूर्व में दिनांक 2 जून 2024 के शाम में कोतबा चौकी को गांजा तस्करी की सूचना मिलने पर ग्राम पीठाआमा चौक के पास नाकाबंदी करने के दौरान कार क्र. सी.जी. 13 ए.डब्ल्यू 4063 कार के चालक एवं उसमें सवार कुछ व्यक्ति पुलिस को देखकर अंधेरे एवं पानी गिरने का मौका पाकर भाग गये, पुलिस द्वारा उनके भागने पर तत्काल कार के पास जाकर घेराबंदी किया गया उक्त कार में एक 16 वर्षीय बालक मिला जो कार का गेट नहीं खुलने पर भागने में असफल रहा, पुलिस द्वारा उक्त बालक से गांजा रखने के संबंध में पूछताछ कर वाहन की तलाशी ली गई, तलाशी के दौरान वाहन की डिक्की में मादक पदार्थ गांजा 27 किलोग्राम कीमती 2,70,000 मिलने पर कार सहित जप्त कर अपचारी नाबालिग को अभिरक्षा में लिया गया।
अपचारी बालक से पूछताछ पर बताया कि उक्त गांजा हीराधर यादव का है। पुलिस द्वारा हीराधर यादव को दिनांक 26 अगस्त 2024 को एवं उसके साथी महेश यादव को 10अक्टूबर2024 को गिरफ्तार किया जा चुका है। हीराधर यादव के विरूद्ध सीतापुर थाना में गांजा तस्करी के 2 प्रकरण वर्ष 2014 एवं 2016 में दर्ज है, चौकी कोतबा में वर्ष 2024 में दर्ज किया गया है। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित गर्ग एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में उपरोक्त कार्यवाही की गई है। उपरोक्त अधिकारियों द्वारा हीराधर यादव के द्वारा गांजे के अवैध व्यापार से अर्जित संपत्ति को चिन्हांकित करने हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के परिपालन में पत्थलगांव एसडीओपी डॉ. ध्रुवेश जायसवाल द्वारा जाॅंच प्रस्तुत किया गया जिसके आंकड़े चौकाने वाले थे।
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अभियुक्त हीराधर यादव तथा उसके परिवारजनों के खातों में विगत 3 वर्ष से कम अवधि में ही 1.50 करोड़ से ज्यादा की राशि अंतरित की गई थी। गांजे के अवैध व्यापार से अभियुक्त हीराधर यादव ने 5 वाहन तथा 2 मंजिला मकान कुल कीमत रू. 1,38,82,134 अर्जित किया था। स्वापक औषधि तथा मनः प्रभावी पदार्थ अधिनियम की धारा 68 के परिपालन में आयकर, उद्योग, बैंक तथा अन्य वित्तीय संस्थान, डाकघर, जीवन बीमा, राजस्व तथा राज्यकर के अधिकारियों से जानकारी का एकत्रण किया गया। रिपोर्ट सक्षम अधिकारी तस्कर एवं विदेशी मुद्रा छल साधक (संपत्ति संपहरण) अधिनियम् 1976 (साफेमा) मुंबई को प्रेषित की गई।अभिुयक्त को अपने अभिकर्ता के माध्यम से अपना पक्ष रखने का पूर्ण अवसर दिया गया। अंततः जशपुर पुलिस द्वारा किये गये आर्थिक अन्वेषण प्रमाणित होने पर अभियुक्त हीराधर यादव के ग्राम हल्दीझरिया स्थित मकान तथा 5 वाहन (2 कार, 2 मोटर सायकल, 1 ट्रेक्टर) कुल कीमत रू. 1,38,82,134 के समपहरण की पुष्टि की गई।
–पत्थलगांव एसडीओपी डॉ. ध्रुवेश जायसवाल द्वारा इसकी संपत्ति का विवरण प्राप्त कर सफेमा मुंबई कोर्ट में अत्यंत प्रोफेशनल तरीके से प्रस्तुत करने पर जशपुर जिले से प्रथम बार ऐसी कार्यवाही हुई है। जिले के अभ्यासतः अवैध नशा तस्करी के आरोपियों के विरूद्ध लगातार इस प्रकार की कार्यवाही की जाएगी
–(वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, शशि मोहन सिंह, जशपुर)