:रमेश गुप्ता:
जामुल। ईदगाह के सामने घासीदास नगर में 14 नवंबर की शाम हुई फायरिंग की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह हमला पुरानी रंजिश और बदले की भावना में किया गया था।
पुलिस ने बताया प्रार्थी विकास प्रजापति को बर्थडे इवेंट मैनेजमेंट का काम दिलाने के बहाने फोन कर ईदगाह के पास बुलाया गया था। जैसे ही वह इंतजार कर रहा था, बाइक में आए दो बदमाशों ने उसे कहा—“तुम शिवम साव की हत्या में शामिल थे”—और उस पर पिस्टल से फायर कर दिया। गनीमत रही कि गोली विकास के दाहिने कान के पास से गुजर गई और उसकी जान बच गई। घटना के बाद दोनों हमलावर बाइक से फरार हो गए।

मामले में थाना जामुल में अपराध क्र. 911/2025, धारा 109(1) BNS के तहत FIR दर्ज की गई।
शिवम साव मर्डर केस से कनेक्शन
जांच में पता चला कि दिसंबर 2024 में शिवम साव की हत्या के मामले में 5 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। शिवम का चचेरा भाई करण साव इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता निकला। पूछताछ में करण ने कबूला कि उसने बदला लेने के लिए बिहार शरीफ से तीन शूटर बुलवाए और उन्हें बाइक, सिम कार्ड और वाहन उपलब्ध कराए।
इन्हीं शूटरों ने 14 नवंबर को विकास प्रजापति की हत्या का प्रयास किया।
17 नवंबर को पुलिस ने जो 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है, —
- करण साव, 27 वर्ष, बैकुंठधाम
- ऋषभ त्रिलोचन साव, 21 वर्ष, बैकुंठधाम
- संजय साव, 58 वर्ष, बैकुंठधाम
- संतोष साव, 58 वर्ष, बैकुंठधाम
- विनय कुमार साव, 66 वर्ष, बैकुंठधाम
- सुमीत कुमार, 21 वर्ष, केम्प–2 छावनी
अन्य शूटरों और सहयोगियों की तलाश के लिए पुलिस की विशेष टीमें अलग-अलग राज्यों में भेजी गई हैं।