:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- नगर में गौरव पथ का निर्माण कार्य अभी वर्तमान में अग्रसेन चौक से जयस्तंभ चौक तक डामरीकरण का कार्य चल रहा है । सड़क के अभी बाएं तरफ नाली निर्माण के बाद धरम वस्त्रालय वाले साइड में नाली निर्माण किया जायेगा। इन स्थानों पर लगातार नाली निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाया जा रहा है साथ ही विरोध भी किया जा रहा है । दो दिन पूर्व ही गुरुनानक मोबाइल के सामने बनाये गए घटिया नाली निर्माण को तोड़कर नई नाली का निर्माण किया जा रहा है ।
अभी राम मंदिर व प्रतिभा स्टेशनरी के सामने बनाये जा रहे नाली निर्माण पर फिर उसी तरह का घटिया निर्माण हो रहा है । नाली के दोनों तरफ उठाये गए दीवार में गिट्टी स्पस्ट दिखाई दे रही है । सीमेंट की कमी स्पस्ट दिखाई दे रहा है । सबसे आश्चर्य की बात यह है कि गौरवपथ निर्माण में बरती जा रही लापरवाही , अनियमितता व भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद व पूर्व में पहले सब इंजीनियर व बाद मे तत्कालीन सीएमओ निलंबित हो चुके हैं , स्थानीय विधायक चातुरी नन्द द्वारा एक दिवसीय धरना भी दिया गया । भाजपा नेत्री द्वारा चेतावनी भी दी गई , एसडीएम द्वारा निर्देश भी दिया गया , विधायक द्वारा स्वयं कलेक्टर से मिलकर इसकी जांच की मांग की गई , विधायक ने कार्यो का निरीक्षण भी किया गया , 2- 3 बार सीएमओ को समझाइश भी दी गई , विधानसभा में प्रश्न उठाने , नगरवासियो व व्यापारियों द्वारा गौरवपथ निर्माण कार्य को लेकर लगातार असंतोष व्यवक्त करने के बावजूद निर्माण कार्यो की गुणवत्ता में कोई सुधार आखिर क्यों नही हो रहा है ।
नगरपालिका व उसके चुने हुवे प्रतिनिधि आखिर उसके समाधान के लिए क्यों सामने नही आ रहे हैं । नपाध्यक्ष भी कभी पीड़ित नगरवासियो व व्यापारियों को सांत्वना कार्यवाही का व गुणवत्तापूर्ण कार्य करने का निर्देश क्यों नही दे रही है ? नगरपालिका में एकमात्र कांग्रेसी पार्षद व निर्दलीय पार्षद आमजनता के साथ क्यों खड़े नही हैं ? वे इस घटिया व गुणवत्तापूर्ण निर्माण के खिलाफ आखिर आवाज क्यों नही उठा रहे हैं ?
आज तक कभी भी सत्तापक्ष या विपक्ष के पार्षदों को आमजनता के समर्थन में न खड़े होते और न ही सार्वजनिक तौर पर विरोध करते देखा गया । यहां तक कि नगरपालिका परिषद में भाजपा की सरकार है किंतु स्थानीय कोई भी भाजपाई आम नागरिकों व व्यापारियों के पक्ष में खड़ा नही है । इसके पीछे सबसे बाद कारण है अनेक भाजपाई ठेकेदारी , चापलूसी , सप्लायर आदि धंधे में हैं । कई नेता तो ठेकेदारी कर रहे है नगरपालिका में । कई नेता तो इन ठेकेदारों के साथ पेटी कांट्रेक्टर बनकर नाली व अन्य निर्माण कार्य करवा रहे हैं ऐसे में इन नेताओं से विरोध व नागरिको को समर्थन की कोई उम्मीद ही नही है ।
इन नेताओं का निजी स्वार्थ व व्यवसाय विरोध करने व सामने आकर खड़े होने से डरता है ।
इतना सब कुछ होने के बाद सबसे घटिया काम जब सभी के उपस्थिति में हो रहा तो नगर के आउटर में कैसा निर्माण कार्य हुआ होगा इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है । गुरुनानक मोबाइल के सामने बनी बनाई नाली को तोड़कर पुनः बनाय जा रहा है इसका सीधा अर्थ है कि घटिया निर्माण किया गया था । अभी जो राममंदिर के सामने नाली बन रही है वह भी निहायत ही कमजोर मैटेरियल से बनाया गया है यह स्पस्ट दिख रहा है । ज्ञातव्य हो की 2 दिनों पूर्व ही इसी नाली निर्माण के नीचे बिछाए गए पेयजल पाइप 2 बार फुट जाने से सैकड़ो लीटर पानी यूं ही बह गया था । यह नाली आज 8 दिनों बाद भी पूरी तरह तैयार नही हो सकी है ।
नगर में लगातार गौरबपथ निर्माण को लेकर जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है पर नगरवासियो व व्यापारियों के समस्याओ का कोई समाधान निकलता दिखाई नही दे रहा है । इस संबंध में स्थानीय कांग्रेस विधायक लगातर विरोध कर रही है पर उन्हें नगर की जनता व पीड़ित व्यवसायियों का जो समर्थंन उन्हें मिलना चाहिए वह सत्ता के दबाव के चलते नही मिल पा रहा है । वर्तमान नपाध्यक्ष की निष्क्रियता व उनके पति के कार्यो में हस्तक्षेप व कार्यशैली को लेकर नगरवासियो के साथ ही उनके पार्टी के भीतर ही काफी विरोध तो है पर वे सत्ताधारी पार्टी के होने के नाते व ठेकेदारी , पेटी कांट्रेक्टर व सप्लायर जैसे धंधों में शामिल होने के कारण खुलकर पार्टी अनुशासन के डर से सामने नही आ पा रहे हैं । यह उनकी राजनैतिक मजबूरी है पर इन सब के चलते नगर को मजबूत व स्थायी गौरबपथ की सुविधा नही मिल पा रही है तो वही पर आने वाले चुनाव में इसका असर पार्टी को जरूर दिखाई दे सकता है ।