गरियाबंद। एनआरएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के चलते गरियाबंद जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह प्रभावित हो गई हैं। अव्यवस्था की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अस्पताल में तैनात एक महिला गार्ड मरीज को इंजेक्शन लगाती हुई नजर आई। घटना का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया और शासन-प्रशासन को फजीहत का सामना करना पड़ा।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) और सिविल सर्जन को शोकॉज नोटिस जारी किया है। दोनों अधिकारियों से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
कलेक्टर ने नोटिस में स्पष्ट किया कि हड़ताल की स्थिति में भी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं बहाल रखने के निर्देश पहले ही दिए गए थे। इसके बावजूद आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त चिकित्सकीय स्टाफ की व्यवस्था क्यों नहीं की गई, इसका स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वायरल तस्वीर से शासन-प्रशासन की छवि धूमिल होने पर कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।