:राघवेंद्र पांडेय:
रायपुर। जमीन खरीदी–बिक्री के लिए गाइडलाइन दर में बढ़ोतरी को लेकर उठे राजनीतिक विवाद
के बीच सरकार और विपक्ष आमने–सामने आ गए हैं। विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने
कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस सरकार के समय गाइडलाइन दर
न बढ़ाना एक “बड़ी साज़िश” थी।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को शराब, कोयला और महादेव सट्टा के पैसों को जमीन में खपाना था, इसलिए वे गाइडलाइन दर को केवल 10 प्रतिशत पर ही बनाए रखकर जमीनें इकट्ठा कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक फायदे के लिए गाइडलाइन दर को जानबूझकर कम रखा गया।
उन्होंने कहा कि अगर गाइडलाइन दर में कहीं त्रुटि पाई जाती है, तो उसे ठीक कर लिया जाएगा, लेकिन दरें कम रहने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को होता है। मंत्री चौधरी के अनुसार, जहां भी जमीन का अधिग्रहण होता है, वहां कम गाइडलाइन दर किसानों को उनकी जमीन के उचित मूल्य से वंचित कर देती है।