:संजय सोनी:
भानुप्रतापपुर। भैसमुंडी व भैसाकन्हार क, के ग्रामीण बड़ी संख्या में सीएमडीसी माइंस पहुंचे और लौह अयस्क का परिवहन कार्य को बंद कराया। भैसाकन्हार के ग्रामीणों ने कहा कि माइंस हमारे गांव के सरहद में आता है।
पूर्व में माइंस प्रबंधक द्वारा भैसाकन्हार का बोर्ड लगाया गया था अभी उस बोर्ड को चेंज कर
ग्राम पंचायत कच्चे का बोर्ड लगा दिया गया है। जिस कारण रॉयल्टी का पैसा भी ग्राम पंचायत कच्चे को मिल रहा है,
जबकि हमारे ग्राम पंचायत को रॉयल्टी का पैसा नहीं मिल रहा हैं।
जिस कारण माइंस में चल रहे कार्य को बंद कराया गया है गांव के सीमा का जब तक सीमांकन नहीं होता है तब तक
माइंस बंद रहेगा।

ग्राम सरपंच रमल कोर्राम ने बताया कि ग्राम पंचायत एवं ग्राम भैसाकन्हार (क) वन एवं राजस्व क्षेत्र में आता है और खसरा पीएफ 608 वन क्षेत्र रकबा 167 हेक्टेयर भैसाकन्हार सरहद सीमा में है सन 2022 से भैसाकन्हार (क) के नाम से संचालित हो रहा था और अभी इसका संचालन एवं नेतृत्व कच्चे पंचायत कर रहा है,
जब की नियम कहता है कि जिसका सरहद सीमा उसको पहले प्रथमिकता है। लेकिन क्षेत्रीय अधिकारी कहते है कि आप लोगो से मेरे को कोई मतलब नहीं है यह माइंस तो कच्चे का है। इसलिए हम ग्रामवासी चाहते है कि आप चाहे तो सरहद सीमाकंन कर सकते हो हम आपको विश्वास दिलाते है कि हमारे ग्राम का सरदह सीमा नहीं होगा तो हम हमारे हक अधिकार की बात नहीं करेंगे एवं दावा भी नहीं करेगें

और हम अभी तक जानते है कि सीएमडीसी का लौह आयस्क क्षेत्र पुरा पुरा भैंसाकहन्हार में ही आता है और हमें कहा जाता है कि आप लोगों का नहीं है कहा जाता है इसलिए हम ग्रामवासी बहुत ही आक्रोसित है। जिसके लिए समस्त ग्रामवासियों द्वारा माइंस में चल रहे कार्य को बंद कराया गया है।
क्षेत्रीय अधिकारी एवं कच्चे के लोगो द्वारा कहा जाता है कि कच्चे का माइंस है कहते है तो कच्चे सीमा में ही कार्य करें। हम भैंसाकहन्हार क, भैसमुण्डी के ग्रामवासी हम अपने वन जमीन के रक्षा एवं अधिकार के लिए हमें कुछ भी करना पड़ेगा इसके लिए किसी भी हद तक जा सकते इसके लिए हमें अपने अधिकार के जो भी तरीका हम तैयार है। उसके बाद भी नहीं कहना कि आप लोग कानून का उलघन किये हो हो हमें पता है कि अपने अधिकार लेने के लिए हमे कुछ भी हद तक जा सकते है। इसके लिए सीएमडीसी प्रबंधन एवं प्रशासन की जिम्मेदारी होंगा। ।
