दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास हुए कार बम ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है। एजेंसी ने फरीदाबाद के धौज इलाके से एक और आरोपी शोएब को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इस केस में अब तक कुल 7 गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं।

सूत्रों के मुताबिक, NIA की जांच में सामने आया है कि शोएब ने 10 नवंबर को हुए कार बम धमाके से पहले आतंकी डॉक्टर उमर उन नबी को लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराया था। इस ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
NIA और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम दिल्ली ब्लास्ट केस में लगातार कई राज्यों में छापेमारी कर रही है और इस आतंकी साज़िश के पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी हुई है।
NIA द्वारा गिरफ्तार 7 आरोपी
- आमिर राशिद अली – पंपोर, पुलवामा
- जासिर बिलाल वानी – अनंतनाग
- डॉ. मुजम्मिल शकील – पुलवामा
- डॉ. अदील अहमद – अनंतनाग
- डॉ. शाहीन सईद – लखनऊ
- मुफ्ती इरफान अहमद – शोपियां
- शोएब – धौज, फरीदाबाद
अल-फलाह यूनिवर्सिटी में वार्ड बॉय था शोएब
NIA जांच में पता चला है कि आरोपी शोएब अल-फलाह यूनिवर्सिटी में वार्ड बॉय के रूप में काम करता था और डॉक्टर उमर व डॉक्टर मुजम्मिल से अच्छी तरह परिचित था। वह मेवात से मरीजों को इलाज के लिए इनके पास लाता था।
सूत्रों के अनुसार, शोएब ने उमर को नूंह में अपनी साली के घर ठहराया था और अन्य स्थानों पर भी उसे शरण दी। इसके अलावा, उसने आतंकी को लॉजिस्टिक सपोर्ट भी मुहैया कराया, जिसके बाद 10 नवंबर का धमाका अंजाम दिया गया।