2 दिनों के भीतर जशपुर और रायगढ़ पुलिस ने मिलकर धर दबोचा
जशपुर। अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में जशपुर पुलिस ने सफलता हासिल की है। बटईकेला (चुल्हापानी) में हुई ठीरू राम नागवंशी की हत्या का आरोपी बलसाय पैंकरा अविलंब जशपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
पुलिस ने रायगढ़ जिला के थानों एवं पत्थलगांव में नाकाबंदी कर फरार बलसाय पैंकरा की तलाश की थी। पूरी घटना मजदूरी के पैसा को लेकर आरोपी एवं मृतक के बीच विवाद हुआ था। जशपुर पुलिस एवं रायगढ़ पुलिस के संयुक्त प्रयास से आरोपी को रायगढ़ जिला के पूंजीपथरा इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त डंडा, दौली एवं मोटर सायकल जप्त किया गया है। 11 नवंबर 2024 के शाम लगभग 6:30 बजे मृतक ठीरू राम नागवंशी अपने गांव बटईकेला के खेत तरफ से झाडू में इस्तेमाल करने की घांस को अपने सायकल के पीछे तरफ ढोकर आ रहा था, केंवटीनडाड़ के पीएमजीएसवाई के पास आम रास्ता में पहुंचने पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके मुंह पर नुकीली वस्तु से वार कर हत्या कर दिया। मृतक के भाई हीरू राम नागवंशी की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध थाना कांसाबेल में भा.न्या.सं. की धारा 103(1) का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। मृतक ठीरू राम नागवंशी के परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने से लगभग 2 साल पूर्व मृतक की पत्नी और आरोपी बलसाय पैंकरा दोनों रायगढ़ में ज्यादा मजदूरी मिलेगा कहकर वहां काम करने गये थे। लगभग 5 माह पूर्व भी दोनों के मध्य मजदूरी के पैसों को लेकर विवाद था एवं इसको लेकर प्रार्थी हीरू राम नागवंशी तथा ठीरू राम नागवंशी दोनों मिलकर बलसाय पैंकरा को मारपीट की थी, इस कारण से अपमानित होने पर बलसाय पैंकरा विवाद रखता था एवं कहता था कि जिस दिन मौका मिलेगा दोनों भाईयों का मार डालूंगा।
प्रकरण के संदेही बलसाय पैंकरा की पता तलाश की जा रही थी जो अपने घर से फरार था। पुलिस टीम द्वारा उसका पीछा करने पर वह वहां से भाग गया, इस पर रायगढ़ जिला के थानों एवं पत्थलगांव में नाकाबंदी कर फरार संदेही बलसाय पैंकरा की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। पूछताछ में बलसाय पैंकरा ने अपराध को घटित करना स्वीकार कर बताया कि 10 नवंबर को अपनी मोटरसायकल से 3 बार ठीरू राम नागवंशी के घर के आस-पास मारने के उद्देश्य से गया था, किन्तु मौका नहीं मिलने पर वह वापस अपने घर आ गया। 11 नवंबर की शाम को ठीरू राम नागवंशी अकेला घास को ढोकर रास्ते में आ रहा था, मौका देखकर बलसाय पैंकरा ने उसके पास जाकर अपने पास रखे डंडा से अनेकों बार ठीरू राम नागवंशी के मुँह सिर में मारा जिससे वह जमीन में गिर गया, फिर छिपाकर रखे लौहे का दौली से उसके मुंह पर भी वार कर हत्या कर दिया। आरोपी बलसाय पैंकरा के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाये जाने पर उसे 2 दिनों के भीतर गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है।