:रमेश गुप्ता:
दुर्ग। खाद निरीक्षक और अन्य सरकारी पदों पर नौकरी दिलाने के
नाम पर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस धोखाधड़ी
का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कैसे हुआ खुलासा?
प्रार्थी दीपेश कुमार निषाद (26 वर्ष, निवासी महमरा) ने 2 अक्टूबर 2025 को थाना पुलगांव (अंजोरा) में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, गाँव के मनोज साहू ने अपने साथी मुकेश वर्मा और उसके भांजे रजत वर्मा के साथ मिलकर खाद निरीक्षक की नौकरी लगाने का झांसा दिया। आरोपियों ने चार लाख रुपए की मांग की और दो लाख रुपए नगद व ऑनलाइन प्राप्त कर पीड़ित को फर्जी नियुक्ति आदेश व्हाट्सएप पर भेज दिया।
आठ लोगों से 22 लाख की ठगी
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने इसी तरह आठ आवेदकों से करीब 22 लाख रुपए वसूले और नौकरी के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए।

पुलिस कार्रवाई
प्रकरण में अपराध क्रमांक 420/2025 दर्ज कर पुलिस ने विवेचना शुरू की। पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया।
घटना का मास्टर माइंड मनोज साहू निकला, जिसके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र, दस्तावेज और मोबाइल जब्त किए गए। वहीं रजत वर्मा और मुकेश वर्मा से भी फर्जी कागजात और मोबाइल बरामद हुए।
साथ ही फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने वाला टाइपिंग सेंटर संचालक महेश हिरावं को भिलाई सेक्टर-6 से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
- मनोज कुमार साहू (40 वर्ष) – निवासी अंजोरा, पुलगांव
- रजत वर्मा (25 वर्ष) – निवासी भिलाई नगर
- मुकेश वर्मा (53 वर्ष) – निवासी भिलाई नगर
- महेश हिरावं (63 वर्ष) – निवासी हरिनगर, मोहन नगर
चारों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।