Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

 

बीज और दवाई खरीदी में दस अधिकारी दोषी, चहेते कम्पनियों को फायदा पहुँचाने का आरोप

रायपुर। कृषि मंत्रालय का उद्यानिकी विभाग इन दिनों भ्रष्टाचार करने के लिए सुरक्षित विभाग बन गया है। लिहाजा प्रदेश के नारायणपुर, बलरामपुर, कोंडागांव, मुंगेली, सूरजपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर, कोरिया, गरियाबंद और कांकेर जिले में पदस्थ एवं तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने चहेते फर्मों से मिलीभगत कर सब्जियों के बीज और दवाई खरीदी के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है।

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Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार
Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

उक्त जिलों में उद्यानिकी विभाग के संयुक्त कलेक्टर प्रभारी सहायक संचालक उद्यान एवं सहायक संचालक उद्यान स्तर के अधिकारियों ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में चहेते फर्मों से मिलीभगत कर शासन को करोड़ों रूपए की क्षति पहुंचाई है। इस भ्रष्टाचार की गूंज विधानसभा में जमकर उठी। विधायक विद्यारतन भसीन और रजनीश कुमार सिंह ने मामले को उठाते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।

मिली दस्तावेजों के मुताबिक  नारायणपुर,  बलरामपुर,  कोंडागांव,  मुंगेली,  सूरजपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर, कोरिया, गरियाबंद और कांकेर जिले में राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, नारियल विकास बोर्ड के तहत कुल 2 करोड़ 48 लाख 55 हजार 694 से अधिक रूपए की लागत से बीज और दवाई खरीदी की गयी है। उक्त जिलों में खरीदी में हुई आर्थिक गड़बड़ी को लेकर कृषि विभाग में शिकायत हुई थी।

Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार
Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

जिसकी शुरूआती जांच में ग्यारह जिलों के दस अधिकारियों पर  विभिन्न प्रकरणों में दोषी पाया गया है। पांच अन्य अधिकारियों ने खरीदी में विभागीय नियमों का पालन नहीं करने के कारण उद्यानिकी विभाग के राज्य पोषित पोषण बाड़ी योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत पैक हाऊस निर्माण में बड़े पैमाने में अनियमितता करने का मामला उजागर हुआ है।

करीब एक दर्जन अधिकारियों पर अनियमितता किए जाने का आरोप

इस मामले में उद्यानिकी विभाग के कोंडागांव जिले में पदस्थ रहे तत्कालीन सहायक संचालक रिटायर्ड बीआर दर्रो, मुंगेली जिले के तत्कालीन सहायक संचालक रिटायर्ड रामबीर सिंह तोमर, नारायणपुर जिले के सहायक संचालक मोहन साहू , सूरजपुर जिले के तत्कालीन संयुक्त कलेक्टर एवं प्रभारी सहायक संचालक

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Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार
Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

उद्यान शिवकुमार बनर्जी, जांजगीर चांपा जिले के तत्कालीन सहायक संचालक उद्यान रिटायर्ड नागेंद्र सिंह पटेल, कोरबा और बिलासपुर में पदस्थ रहे सहायक संचालक उद्यान सी.डी. सिंह, बलरामपुर जिले के सहायक संचालक उद्यान पतराम सिंह, कोरिया जिले के तत्कालीन सहायक संचालक उद्यान सतीश कुमार

सिंह, गरियाबंद जिले के सहायक संचालक उद्यान सेवानिवृत्त सतनाम सिंह पर 30 जुलाई 2020 को शासन द्वारा जारी आदेश क्रमांक 4683 एफ 02/19/2007 पार्ट 3/14-2 का पालन नहीं करने के कारण राज्य पोषित पोषण बाड़ी योजना में बड़े स्तर पर अनियमितता हुई है। वहीं कांकेर जिले के सहायक संचालक उद्यान विमल कुमार गौतम ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत पैक हाउस निर्माण के लिए अग्रिम आहरण कर लिया है।

इस तरह अधिकारियों ने की है गड़बड़ी

ज्ञात हो कि बलरामपुर जिले में राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत वर्ष 2019-20 में तरबूज, लौकी, करेला और खीरा के बीज एक करोड़ 72 लाख पांच हजार 750 रूपए की लागत से प्रबंधक भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित (नाफेड) इंदौर से खरीदी की गयी है। इसजाँच में बलरामपुर जिले में पदस्थ सहायक संचालक उद्यान पतराम सिंह दोषी पाया गया है।

Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार
Corruption : उद्यानिकी विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार

कोंडागांव जिले में राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत भिन्डी बीज, एजाडिरेरिक्टन 1500 पी.पी.एम 500 एम.एल.पैक और टाईकोडर्मा बिरडी दवाई की खरीदी भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित इंदौर से 73 लाख 72 हजार 856 रूपये की लागत से की गयी है। जिसमें तत्कालीन सहायक संचालक उद्यान बी.आर. दर्रो को दोषी पाया गया है।

मुंगेली जिले में राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना में 26 जुलाई 2021 को जारी कार्य आदेश क्रमांक 585 के तहत अमरुद इलाहाबादी की खरीदी पांच लाख 37 हजार 6 सौ की लागत से नाफेड से की गयी। जाँच में रिटायर्ड सहायक संचालक उद्यान रामबीर सिंह तोमर को विभाग ने दोषी ठहराया है।

नारायणपुर जिले में पदस्थ सहायक संचालक उद्यान मोहन साहू के कार्यकाल में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत ग्राफ्टेड बैगन, ग्राफ्टेड टमाटर, हाइब्रिड सब्जी, मिनीकिट भिन्डी, टमाटर, मिर्च, और खीरा की खरीदी छत्तीसगढ़ राज्य एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड कांकेर से 22 लाख 46 हजार 848 रूपये की दर से की गयी है।

साथ ही प्रभारी टिश्यूकल्चर लैब, प्रबंधक वैज्ञानिक इन्दिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से एक लाख 62 हजार पांच सौ रूपए की दर से केला पौधा खरीदी गयी है।

अधिष्ठाता शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र कुमरावंड बस्तर-जगदलपुर से 31 हजार 9 सौ 80 रूपये की दर से काली मिर्च एवं नारियल विकास बोर्ड के तहत नारियल पौधा 27 लाख 51 हजार 8 सौ 58 रूपये की लागत से खऱीदा है।

इसके अलावा सहायक संचालक उद्यान शासकीय बीज प्रगुणन प्रक्षेत्र रायपुर से तीन लाख रूपए की लागत से आलू बीज खरीदी की गयी है। कुल 54 लाख 93 हजार 186 रूपये की लागत से अधिकारी मोहन साहू के कार्यकाल में खरीदी हुई है जिसकी शिकायत की जाँच में उक्त अधिकारी को दोषी बताया गया है।

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