Raipur Special News : निमोरा और कारा में रोज एक करोड़ 25 लाख लीटर गंदा पानी हो रहा साफ
– निमोरा और कारा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में १२ नालों का साफ हो रहा गंदा पानी
– चंदनीडीह गांव में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरु होने पर १७ नालों का पानी होगा साफ
विशेष संवाद्दाता
Raipur Special News : रायपुर। शहर की जीवनदायिनी खारून नदी को निमोरा और कारा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरु होने से बड़ी राहत मिली है। दोनों सीवरेज प्लांट में करीब १२ नालों का गंदा पानी पहुंच रहा है,

जिससे रोज करीब एक करोड़ 25 लाख लीटर नालों का गंदा पानी खारुन में जाने से बच रहा है। इस पानी को फिल्टर प्लांट में साफ किया जा रहा है।
यही नहीं, नालों के गंदे पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में फिल्टर कर पीने के योग्य बनाया जा रहा है। हालांकि भाठागांव में सीवरेट ट्रीटमेंट प्लांट सालभर पहले से चालू है और वहां ६ लाख लीटर पानी रोज साफ किया जाता है, इससे खारुन नदी को गंदे पानी से बड़ी राहत मिली है।
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इतना गंदा पानी हो रहा साफ
अफसरों के मुताबिक निमोरा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की 90 एमएलडी (मिलियन लीटर डेली) क्षमता है यानि ९० लाख लीटर गंदा पानी साफ होता है।
वहीं, कारा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 35 एमएलडी की की क्षमता है। ३५ लाख लीटर गंदे पानी को साफ किया जा रहा है। इन दोनों प्लांट के चालू होने से रोज एक करोड़ २५ लाख लीटर गंदा पानी साफ किया जा रहा है।

इन नालों का पानी हो रहा साफ
अफसरों के मुताबिक निमोरा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में शहर के १० नालों का पानी जाता है। इनमें छोकरानाला, अछोली नाला, उरकुरा नाला, तेलीबांधा नाला,
आमासिवनी नाला, लाभांडी नाला, जोरा नाला, फुंडहर नाला, दलदल सिवनी नाला, सड्डू नाला और मोवा नाला शामिल हैं। वहीं, कारा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में तेंदुआ नाला का गंदा पानी जाता है।
प्लांट का चल रहा काम
अफसरों के मुताबिक चंदनीडीह स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य चल रहा है। इसकी क्षमता 75 एमएलडी है। प्लांट का ९० फीसदी काम पूरा हो चुका है। जल्द ही प्लांट शुरु जाएगा। इसके बाद गंदे पानी को साफ करने वाले तीनों प्लांट एक साथ काम करने लगेंगे।
साल २०१८ में शुरु हुआ था काम
जानकारी के मुताबिक खारुन नदी को साफ करने के लिए नदी के किनारे तीन गांवों में एसटीपी लगाने की योजना 2018 में शुरू की गई थी। साल 2020 तक इसे पूरा हो जाना था, लेकिन इसी दौरान कोरोना की वजह से तीनों ट्रीटमेंट प्लांट का काम प्रभावित हुआ था। हालांकि बारिश के सीजन से पहले निमोरा और कारा दोनों प्लांट के चालू होने से बड़ी राहत मिली है।

भाठागांव प्लांट में ६ लाख लीटर पानी हो रहा साफ
भाठागांव में ६ एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) सालभर पहले से शुरु हो गया है। इसमें दतरेंगा और गोवर्धन नाला का गंदा पानी फिल्टर किया जाता है। दोनों नालों में १२ लाख लीटर पानी आता है,
लेकिन भाठागांव प्लांट में सिर्फ ६ लाख लीटर गंदा पानी फिल्टर करने लिया जाता है, बाकी पानी को दूसरे प्लांट में भेजा जाता है। गंदे पानी को साफ करने के बाद नगर निगम सप्लाई करता है।
ढाई सौ करोड़ लागत से बने
अमृत मिशन परियोजना अंतर्गत मिशन क्लीन खारून के तहत २५० करोड़ रुपये से अधिक की लागत से खारुन नदी के किनारे कारा, निमोरा और चंदनीडीह में सीवरेट ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। इनमें निमोरा और कारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरु हो गया है।
निमोरा और कारा गांव स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरु होने से १२ नालों का १२५ एमएलडी गंदा पानी साफ हो रहा है। वहीं, चंदनीडीह प्लांट का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।
अंशुल शर्मा, सब इंजीनियर, स्मार्ट सिटी रायपुर