मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केरल की 2 ननों की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया में बड़ी बात लिखी है. सीएम साय ने लिखा कि प्रलोभन के माध्यम से ह्यूमन ट्रैफिकिंग करके मतांतरण किए जाने की कोशिश की जा रही थी। यह महिलाओं की सुरक्षा से सबंधित गंभीर मामला है। इस मामले में अभी जांच जारी है। प्रकरण न्यायालीन है और कानून अपने हिसाब से काम करेगा.
बता दें गुरुवार को भिलाई-3 जीआरपी थाना क्षेत्र में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो नन (सिस्टर) और एक युवक को नाबालिग लड़कियों को जबरन ले जाने के आरोप में पकड़ लिया। आरोप है कि ये तीनों नारायणपुर और ओरछा की तीन नाबालिग लड़कियों को आगरा ले जा रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने दोनों नन को गिरफ्तार कर लिया है.
वहीं अब इस मामले पर सीएम विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर सरकार से की नीति को साफ कर दिया है उन्होने लिखा कि:-
नारायणपुर की तीन बेटियों को नर्सिंग की ट्रेनिंग दिलाने और उसके पश्चात जॉब दिलाने का वादा किया गया था। नारायणपुर के एक व्यक्ति के द्वारा उन्हें दुर्ग स्टेशन पर दो ननो को सुपुर्द किया गया, जिनके द्वारा उन बेटियों को आगरा ले जाया जा रहा था। इसमें प्रलोभन के माध्यम से ह्यूमन ट्रैफिकिंग करके मतांतरण किए जाने की कोशिश की जा रही थी। यह महिलाओं की सुरक्षा से सबंधित गंभीर मामला है। इस मामले में अभी जांच जारी है। प्रकरण न्यायालीन है और कानून अपने हिसाब से काम करेगा। छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय प्रदेश है जहाँ सभी धर्म-समुदाय के लोग सद्भाव से रहते हैं। हमारी बस्तर की बेटियों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को राजनीतिक रूप देना बेहद दुर्भाग्यजनक है।