छत्तीसगढ़ के साहित्य जगत में शोक की लहर छा गई है. प्रदेश को देश में नई पहचान दिलाने वाले
हास्य व्यंग्य कवि सुरजीत नवदीप का निधन हो गया. वे 88 वर्ष के थे.
बीती रात 9 बजे कवि सुरजीत नवदीप ने अंतिम सांस ली. उनके निधन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक व्यक्त किया. सीएम साय ने लिखा-
नवदीप जी की सहज हास्य-व्यंग्य शैली, समाज की विसंगतियों पर गहरी दृष्टि और मंचीय उपस्थिति ने हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयां दी। आपकी रचनाएं और आपका व्यक्तित्व सदैव साहित्य प्रेमियों को प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति!
हिंदी हास्य व्यंग्य कविता में सम्मानपूर्वक लिया जाता है. देश की तमाम प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो एवं दूरदर्शन में निरंतर रचनाओं का प्रकाशन/प्रसारण होता रहा है. देश के अनेक मंचों से अपनी चुटीले व्यंग्य लेखनी शैली, व्यंग्यात्मक टिप्पणी और मंचीय उपस्थिति से अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई थी.
सुरजीत नवदीप का जीवन परिचय
जन्म- 01 जुलाई 1937 जन्म स्थान भावनदीन,पंजाब (वर्तमान में पाकिस्तान में)
शिक्षा- एम.ए.(हिन्दी)बी.एड.सी.पी.एड.
प्रकाशन-1. लाजवंती का पौधा(उपन्यास) 2. हवाओं में भटकते हाथ(काव्य संग्रह)3.कुर्सी के चक्कर में(काव्य संग्रह)4. शब्दों का अलाव 5. आंसु हंसते हैं..6. रावण कब मरेगा?(काव्य संग्रह) तथा देश की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में गीत,गजल,हास्य व्यंग्य एवं कहानियों का प्रकाशन,रेडियो एवं दूरदर्शन में अनेकों बार काव्य पाठ तथा संचालन। अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों का संचालन एवं काव्य पाठ।
सम्मान- राज भाषा स्वर्ण जयंती समारोह भद्रावती(कर्नाटक) मेट्रो रेलवे कलकत्ता,छत्तीसगढ़ राष्ट्र भाषा प्रचार समिति रायपुर स्टील अथाॅरिटी आफ इंडिया(कलकत्ता) नेशनल थर्मल पावर तेलचर,अंगुल(उडीसा) छत्तीसगढ़ लोक संस्कृति साहित्य सम्मान बेमेतरा, राष्ट्रभाषा कार्यान्वयन समिति सेन्ट्रल बैंक रायपुर,लायंस,लायनेस सिटी रोटरी फ्रैण्डस क्लब धमतरी तथा विभिन्न साहित्यिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा।