मुख्यमंत्री चट्टीड़ांड़ में खडिय़ा समाज के 15वें सामाजिक वार्षिक उत्सव सम्मेलन में हुए शामिल
सरकार गठन के 13 माह में मोदी की अधिकांश गारंटियों को किया पूरा : मुख्यमंत्री
दीपेश रोहिला
जशपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल शुक्रवार को फरसाबहार तहसील के ग्राम पंचायत कोनपारा के आश्रित ग्राम चट्टीड़ांड़ में खडिय़ा समाज के 15वां सामाजिक वार्षिक उत्सव सम्मेलन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने माता सरस्वती और क्रांतिकारी वीर शहीद तेलंगा खडिय़ा की छायाचित्र पर पुष्पगुच्छ अर्पित कर नमन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, विधायक और सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय मौजूद थी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खडिय़ा समाज से शिक्षा पर विशेष जोर देते हुए कहा कि शिक्षा विकास का आधार है। समाज की प्रगति के लिए समाज के पदाधिकारियों और समाज से जुड़े सभी लोगों को इस पर चिंतन करते हुए युवाओं और बच्चों को मार्गदर्शन करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने नशा से दूर रहने की अपील भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि खडिय़ा समाज पारम्परिक रीति-रिवाजों से और अपनी प्रकृति से आदिम समाज का हिस्सा रहा है। आपको याद होगा साल 2011 में जब खडिय़ा समाज को अनुसूचित जनजाति वर्ग में जगह दी गई, तब छत्तीसगढ़ में भाजपा की ही सरकार थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के बने सिर्फ 13 महीने में ही मोदी कि अधिकांश गारंटियों को पूरा का लिया गया है। सरकार के गठन होते ही शपथ-ग्रहण के दूसरे ही दिन कैबिनेट की पहली बैठक में ही प्रधानमंत्री आवास योजना से प्रदेश के 18 लाख परिवारों को लाभान्वित करने का निर्णय लिया गया था। हमारी सरकार पिछले दो खरीफ सीजन से किसानों से 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी कर रही है। इस बार प्रदेश में 149 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदी कर रिकॉर्ड कायम किया है। वनवासी परिवारों के जीवन स्तर में सुधार के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण दर को चार हजार रूपये से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए प्रति मानक बोरा किया गया है। प्रदेश की 70 लाख माताओं-बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने एक हजार रुपये की राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना के तहत 10 हजार रुपये देने का प्रावधान किया गया है। श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना के माध्यम से अब तक 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन कराया गया है। जनजातीय समाज के विकास के लिए पीएम जनमन योजना और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जैसी योजनाएँ आ संचालित की जा रही है। यूपीएससी की तैयारी करने वाले अधिक-से-अधिक युवाओं को अवसर देने के लिए दिल्ली के द्वारका में स्थित ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों को 50 से बढ़ाकर 185 किया गया है। बच्चों के शिक्षा के स्तर में वृद्धि के लिए निजी विद्यालयों की तर्ज पर राज्य में 341 विद्यालयों का निर्माण पीएमश्री योजना अंतर्गत किया जा रहा है।
इस दौरान विधायक श्रीमती गोमती साय ने कहा कि जब से पृथ्वी में मानव समाज की रचना हुई है तब से जनजाति समाज रहा है। जैसे जैसे समय के साथ जो समाज उन्नति करता गया वो आगे बढ़ता गया। उन्होंने जनजातीय समाज से अपील करते हुए कहा कि जनजातीय समाज को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से आगे बढऩे के लिए समाज को चिंतन करते हुए एकजुट होकर कार्य करना चाहिए तभी समाज आगे बढ़ सकता है।
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मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने नशा को समाज के विकास में बाधक बताते हुए इससे दूर रहने की अपील की। इसके लिए उन्होंने महिलाओं को आगे आकर प्रतिबद्धता के साथ नशामुक्ति के लिए कार्य करने का आह्वाहन किया। उन्होंने कहा कि समाज में विकास के लिए हर परिवार के सभी सदस्यों को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कार्य करना चाहिए तभी समाज आगे बढ़ सकता है। इस अवसर पर पूर्व विधायक भरत साय, सुनील गुप्ता, खडिय़ा समाज के प्रदेश अध्यक्ष मदन नायक, जिला संरक्षक बोध साय मांझी, जिला महामंत्री कृपाल मांझी, जिला उपाध्यक्ष रामसागर सोरेंग और बाल कुमार प्रधान, समाज के अन्य पदाधिकारी सहित भारी संख्या खडिय़ा समाज के लोग मौजूद थे।