Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Chhattisgarh : रायपुर ! छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों का जलस्तर काफी बढ़ गया और जनजीवन पूरीतरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
गत एक सप्ताह से हो रही बारिश की वजह से जन और धन की हानि होने लगी है। यही नहीं बारिश की वजह से राज्य के बेमेतरा जिले में तीन दिन के लिए स्कूलों में अवकाश के आदेश जिलाधिकारी ने दिए हैं। कांकेर जिले के कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। कोयलीबेड़ा की मेंढकी नदी उफान पर है ऐसे में ग्रामीण साप्ताहिक बाजार भी नहीं जा पा रहे हैं।
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Chhattisgarh : इसके साथ ही बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के कई इलाकों में फिर से बाढ़ के हालात बन गए हैं। नेशनल हाइवे-163 तारलागुड़ा और नेशनल हाइवे-63 पर बने पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है। लिहाजा, महाराष्ट्र का सड़क संपर्क छत्तीसगढ़ से टूट गया है। बालोद, बेमेतरा,खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव, मोहला मानपुर-अंबागढ़ चौकी और कांकेर जिले में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है।
इस बीच बस्तर संभाग में पिछले 13 दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश से सामान्य जन-जीवन अस्तव्यस्त है, बाढ़ में डूबने से एक ग्रामीण की मौत हो गई जबकि तीन सौ से अधिक परिवार बेघर हो गए। इंद्रावती, शबरी, संकनी-डंकनी तथा स्थानीय नदी-नाले उफान पर हैं। दक्षिण बस्तर का संपर्क संभाग मुख्यालय से टूट चुका है।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले में अब तक तेरह सौ दस मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड किया गया है, वहीं आंध्रप्रदेश से छत्तीसगढ़ का संपर्क टूट चुका है। गोदावरी नदी में बाढ़ के कारण हैदराबाद, सिरोंचा, वरंगल में आवागमन बंद है।
लगातार बारिश होने की स्थिति में इंद्रावती का जल स्तर और ज्यादा बढ़ने कि संभवना है। क्योंकि महारष्ट्र में गोदावरी का जल स्तर भी बढ़ रहा हैं। छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर बसे भोपालपटनम से लगे सोमनपल्ली नाले के पास बाढ़ का पानी रोड पार आ चूका है। शुक्रवार सुबह से बाढ़ का पानी सोमनपल्ली नाले मे तेजी से बढ़ रहा हैं। जिससे इस मार्ग पर रास्ता पूरी तरह से बंद होकर छत्तीशगढ़ से महाराष्ट्र का सड़क संपर्क कट गया है।
लगातार बारिश की वजह से चिंतावागु नदी भी उफान पर है। इसी नदी में गुरुवार को एक ग्रामीणकी डूबने से मौत हो गई। मद्देड़ थाना से मिली जानकारी के अनुसार मद्देड़ थाना क्षेत्र अंतर्गतग्राम अंगमपल्ली के आश्रित गाँव रायगुडा निवासी रमेश कुरसम (42) अपने गाँव रायगुडा से कल बर्तन के सहारे चिंतावागु नदी को पार कर अंतिम संस्कार कार्यक्रम के लिए पेगड़ापल्ली जा रहा था तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और नदी में डूबने से उसकी मौत हो गई।
बीजापुर-गीदम मार्ग पर जांगला नदी पर बाढ़ आने की वजह से आवागमन बंद है। चिंताबागु नदी उफान पर है लोग अपनी जरूरत की चीजों को लाने के लिए नदी पार करने बर्तन का स्तेमाल कर रहे हैं, ऐसी एक घटना में गंज का संतुलन बिगड़ जाने से डूबकर एक ग्रामीण की मौत हो गई।
दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल में भारी वर्षा के कारण लोग अपने घर पर नहीं रह पा रहे हैं और न ही बाहर कहीं ठहर पा रहे हें स्थिति गंभीर होते जा रही है। बंगाली कैम्प, मलप्पा कैंप तथा गजराज तालाबपारा में तथा बाजार स्थल पर पानी भरा हुआ है। इसके पहले तीन सौ लोगों के घरों में पानी घुसने से उन्हें बाहर निकाला गया, जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविर में लाया जाया रहा है।
नारायणपुर जिले में सोनपुर इलाके में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। डोंडीबेड़ा के एक दम्पति की नौ माह की बेटी के इलाज के लिए उफनती नदी को पार कर सोनपुर स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे, पुल के उपर पानी बहने से अबूझमाड़ के 50 से अधिक गांव मुख्यालय से कट गए हैं। अबूझमाड़ के कई इलाके टापू में तब्दील हो गए हैं।
सुकमा जिले में भारी वर्षा से तेलंगाना का महाराष्ट से संपर्क टूट चुका है वहीं सुकमा जगदलपुर मार्ग पर बाढ की स्थिति बनी हुई है तथा आवागमन प्रभावित है। भारी वर्षा से गोदावरी, शबरी का जलस्तर बढ़ा हुआ है जिला प्रशासन निचले बस्ती के इलाके में मकान खाली कराने का मुनादी करा दिए हैं।
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कांकेर जिले में भी भारी वर्षा की स्थिति है। सभी नदी-नाले उफान पर हैं। पोटरी-मेढ़की महानदी तथा दूध नदी का भी जलस्तर बढ़ चुका है तथा इससे 50 से अधिक गांव टापू बन चुके हैं।