रायपुर। छत्तीसगढ़ की माटी के सच्चे साधक और लोकप्रिय जनकवि केदार सिंह परिहार का
आज सुबह निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे।
उनके निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम साय ने एक शोक संदेश में कहा, “छत्तीसगढ़ ल छांव करे बर, मैं छानही बन जातेंव… अइसन अंतस के गीत लिखइया, प्रसिद्ध कवि अऊ गीतकार श्री केदार सिंह परिहार जी के देवलोक गमन के समाचार बड़ दु:खद हवय।”
छत्तीसगढ़ की संस्कृति के थे ध्वजवाहक
केदार सिंह परिहार को छत्तीसगढ़ी संस्कृति, सभ्यता और माटी की खुशबू को अपनी रचनाओं में समेटने के लिए जाना जाता था। उनकी कविताएं और गीत आम जनमानस में खासे लोकप्रिय थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा और साहित्य के विकास में अतुलनीय योगदान दिया।
उनके निधन से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक दुनिया में एक बड़ा शून्य उत्पन्न हो गया है। साहित्य प्रेमी और उनके चाहने वाले इस अपूरणीय क्षति पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।