Charama news- परेशानी का सबब बन रहे उड़ते धूल के गुबार

 सड़कों पर बिखरी हुई धूल से हादसे हो रहे
अनूप वर्मा
चारामा बीते दो माह से नेशनल हाईवे की सड़कों पर बिखरी हुई धूल से हादसे हो रहे हैं। उड़ते धूल के गुबार से नगरवासी भी परेशान हंै। नगर के कुछ युवको ने रविवार की रात को नेशनल हाईवे से महानदी रेत खदान तक जाने वाले मार्ग मे धरना देते हुए हाईवा गाडिय़ों की आवाजाही पर रोक लगाई। शाम 07 बजे जिस वार्ड से हाईवा का आना जाना होता है उसी वार्ड के युवक अमित साहु एवं उनके कुछ साथियों के सहयोग से हाईवा गुजरने वाले मार्ग पर धरना दिया गया। जिसके बाद धरने में युवको की संख्या बढऩे लगी।
देखते ही देखते हाइवे पर रेत भरने के लिए आने वाले हाईवा की लम्बी कतारें सड़क किनारे लगने लगी। महज दो घंटे में लगभग 50 से अधिक हाईवा वाहनो की लम्बी लाईने खदान जाने के लिए सड़क किनारे खड़ी रही। खदान से लगभग 70 से अधिक गाडिय़ां खदान से हाईवे के मार्ग पर रेत भरकर खड़ी रही। युवको के द्वारा धरने के दौरान जिला कलेक्टर, एसडीएम व थानेदार को फोन लगाया गया। लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों ने रात 09 बजे के बाद फोन नही उठाया। जिसके बाद 11 बजे तक युवको ने धरना स्थल पर धरना दिया। देखते देखते हाईवा की संख्या दोनो ओर बढने लगी। 11 बजे तक दोनों सडक की ओर लगभग 100-100 की संख्या में हाईवा का जमावडा हो गया। वही युवको द्वारा हाईवा चालको से रायल्टी के बारे मे पुछने पर किस भी हाईवा चालक के पास रायल्टी नही थी। यानि सभी हाईवा बिना रायल्टी के महानदी से रेत का परिवहन अन्य जिलो मे कर रहे है। अब इस अवैध परिवहन के पीछे किसका हाथ है। यह शासन प्रशासन जाने लेकिन देर रात्रि 12 बजे तक शासन प्रशासन के उपस्थित नही होने पर युवको द्वारा अधिक रात्रि होने पर हाईवे से खदान जाने वाले मार्ग पर कुछ हाईवा वाहनो की रेत खाली कराकर रोड जाम कर दिया गया। युवको को सडक़ पर इसलिए आना पड़ा। क्योकि लगातार महानदी से रेत का उत्खनन किया जा रहा है।
विकासखण्ड के प्रथम गाँव मचान्दुर से प्रारंभ होकर माहुद, तेलगुडा, चारामा, भिरौद, करिहा, हाराडुला अरौद और अन्य कई घाटो पर रेत का खनन जारी है। इसमे कई खदाने शासन की ओर से स्वीकृत और कुछ खदानें नेताओं के संरक्षण में अवैध चल रही है। जिन हाईवा के पास रायल्टी नही थीं वे सभी खदाने अवैध है। भिरौद में कुल चार खदानें हंै। जिसमें दो खदाने अवैध चल रही है। जो स्थानीय भाजपा कांग्रेस नेताओ के मिली भगत से चल रही है। और जब रायल्टी नही देना है तो अधिक से अधिक वाहनें बिना रायल्टी वाले खदानों में जा रही है। जिससे शासन को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। एक दिन में लगभग तेलगुडा, भिरौद, करिहा इन सभी खदानो से लगभग 300 से अधिक बडी हाईवा वो भी ओव्हरलोड होकर भिरौद एव चारामा के मार्ग से होते हुए हाईवे से अन्य जिलो मे जाती है। ओव्हरलोड हाईवा से रेत हाईवे सड़क पर गिरकर बिखरी हुई है। लगातार दो माह से यही स्थिति है। आज चारामा की हाईवे से पैदल एंव दो पहिया वाहनो से गुजरना मुश्किल हो गया है। बड़े वाहनो के हाईवा से गुजरने के दौरान रेत का गुबार जो हाईवा किनारे स्थित व्यापार, घर और जनता की सेहत पर बुरा असर डाल रहा है। बार-बार शासन प्रशासन से समस्या के निदान या सड़कों की सफाई के लिए गुहार लगाने के बाद भी शासन प्रशासन अपनी आखें बंद कर जनता को उनके हाल पर छोड दिया है। बिना रायल्टी के कई महिनों से खदानें चल रही हैं। और जिला कलेक्टर से लेकर एसडीएम, माईनिंग अधिकारी एवं नेताओ के संरक्षण मे यह अवैध धंधा फल फूल रहा है। जिससे शासन को नुकसान पहुंचाकर कुछ नेता,अधिकारी और ठेकेदार अपनी जेब भरने मे लगे हुए है। ऐसा तो हो नहीं सकता कि शासन प्रशासन को इन अवैध खदानों के बारे में कोई जानकारी न हो। 2 महीने से इसी तरह से परेशान नगरवासियों ने अब शासन प्रशासन का आसरा छोड स्वयं अपना समस्या के निदान के लिए यह पहल की और रेत परिवहन वाले मार्ग को बंद कर उसके खुदाई करवा दी। जो काम प्रशासन को करना चाहिए वह आम जनता को करना पड़ रहा है, ताकि वाहनो का आना जाना बंद हो। यह हल सिर्फ हाईवे का ही नही है। जिन गाँवो से रेत का परिवहन हो रहा है। चारामा की हाईवे उखड़ गई है। युवकों ने शासन प्रशासन को पुरी सडक की साफ सफाई करने एव वाहनों के आवाजवाही को जनता की सुविधाअनुसार करने की मांग की है और ऐसा नहीं होने पर चक्काजाम करने की चेतावनी भी दी है।

एक दिन में 300 से अधिक वाहनो मे रेत के परिवहन से स्वयं महानदी के आस्तित्व और महानदी एवं पर्यावरण पर खतरा मंडरा रहा है। नेता एवं ठेकेदार अपनी जेब भरने के लिए हर स्तर पर गिरकर कार्य करने के लिए तैयार है। अवैध उत्खनन और हाईवे की जर्जर अवस्था एव अंधाधुंध पर्यावरण के खिलाफ किये जाने वाले कार्य ने राज्य सरकार की कार्यशैली पर भी प्रश्न उठा दिया है।

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