• No categories
  • No categories
Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – विकास की रफ्तार और भ्रष्टाचार का साया

-सुभाष मिश्रभारत आज विकास के जिस सुनहरे दौर से गुजर रहा है, वह अभूतपूर्व है। सड़कें, रेल, बंदरगाह और स्मार्ट शहर हर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विस्तार हो रहा है। भारतमाला पर...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – वैवाहिक संबंधों में बढ़ता अलगाव, साइलेंट डायवोर्स

-सुभाष मिश्रसाइलेंट डायवोर्स अब एक ग्लोबल शब्द युग में बन चुका है और यह कोई ऐसा शब्द भी नहीं रहा कि बहुत पहले पश्चिमी देशों में आया और फिर हमारे यहां आया है। टेक्नोलॉजी के विका...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – आतंकवाद और नक्सलवाद के खात्में की अंतिम लड़ाई

-सुभाष मिश्रदेश के आंतरिक और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाली करने के उद्देश्य से इस समय एक साथ बड़ी कार्रवाई चल रही है। एक ओर कश्मीर के पहलगाम मे...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – पहलगाम आतंकी हमले के पीछे छिपे मंसूबे

-सुभाष मिश्रजम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हुई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में सबसे घातक ...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – सुप्रीम कोर्ट और उससे जुड़ी टिप्पणियां

-सुभाष मिश्रसुप्रीम कोर्ट अपने फैसलों की वजह से चर्चा में रहती है। हमारी जनतांत्रिक व्यवस्था में संविधान सर्वोच्च है और संविधान की मूल भावना के अनुरूप कामकाज, निर्णय हो रहे हैं...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – बहुत मजबूत हैं जातिगत जड़ें

-सुभाष मिश्रहम लाख कहें कि जाति पाति पूछे ना कोई, हरि को भजै सो हरि का होई। या जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान। मोल करो तलवार का , पड़ा रहन दो म्यान।। हमारे बहुत सारे म...

Continue reading

Hemchand Yadav University: जीतेश्वरी को मिली पी-एच.डी. की उपाधि

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा रायपुर की जीतेश्वरी को उनके शोध प्रबंध 'इक्कीसवीं शताब्दी की चुनौतियां और हिंदी कहानी की बदलती हुई संरचना एवं संवेदना का अनुशीलन ( किरण सिंह,...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – जानलेवा तन्हाई, अकेलापन और अवसाद

-सुभाष मिश्रमशहूर शायर निदा फ़ाज़ली की गज़़ल के शेर हैं- हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी फिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी। सुब्ह से शाम तक बोझ ढोता हुआ अपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आ...

Continue reading

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र

Editor-in-Chief सुभाष मिश्र की कलम से – न्याय ,पक्ष में होता तो अच्छा, नहीं तो खराब

-सुभाष मिश्रहमारी जनतांत्रित व्यवस्था में न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका की भूमिका बंटी हुई है। संविधान में निहित प्रावधानों और व्यवस्थाओं के तहत सभी अपने अपने दायरे में ...

Continue reading

पुलिसिंग, जेल और इंसाफ

पुलिसिंग, जेल और इंसाफ के मामले में छत्तीसगढ़ न तो अच्छा है न तो बुरा

इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025 के अनुसार साउथ इंडिया के राज्यों की पुलिसिंग, जेल और इंसाफ देश के बाकी राज्यों के मुकाबले कई ज्यादा बेहतर है। पुलिसिंग के मामले में तेलंगाना पहले नंबर पर...

Continue reading