Bureaucrats News: रेरा में अब अमिताभ जैन की एंट्री…RERA अध्यक्ष संजय शुक्ला पर FIR

रायपुर:  रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च के पदाधिकारियों के खिलाफ  16.2 करोड़ के रिश्वत कांड  में सीबीआई  द्वारा की गई एफआईआर में पूर्व IFS और रेरा के अध्यक्ष संजय शुक्ला का नाम भी शामिल है.

संजय शुक्ला

पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड के नजदीकी संजय शुक्ला को विवेक ढांड के बाद RERA का अध्यक्ष बनाया गया था. चूंकि यह संवैधानिक पद है जिसे बीच में नही हटाया जा सकता था. किंतु अब FIR  होने के बाद इन्हे या तो हटाया जाएगा या फिर खुद इस्तीफा देंगे ऐसे में वर्तमान चीफ सेकेट्ररी  अमिताभ जैन जिन्हे तीन माह का एक्टेंशन दिया गया है उनके भविष्य में रेरा अध्यक्ष बनने की संभावना बढ़ गई है. वहीं पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा ने जिन्होंने मुख्य सूचना आयुक्त के लिए इंटरव्यू दिया था. यदि अमिताभ जैन को रेरा अध्यक्ष की कुर्सी मिल जाती है तो पूर्व  DGP अशोक जुनेजा  के मुख्य सूचना आयुक्त रास्ता बनने का रास्ता साफ हो जाएगा.

अशोक जुनेजा

सूत्रों का कहना है कि अशोक जुनेजा हाई कोर्ट में लगे स्टे को वेकेट कराने में लगे हुए हैं.

विवेक ढांड

अमिताभ जैन के सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें मुख्य सूचना आयुक्त के रिक्त पद पर पदस्थ किया जाना था. किंतु कोर्ट के स्टे के कारण यह संभव नही हुआ. ऐसे में उन्हें मुख्य सचिव  के रूप में तीन माह का एक्टेंशन दिया गया. वैसे अमिताभ जैन की पहली पसंद RERA रही है. किंतु विवेक ढांड ने कांग्रेस शासनकाल में अपनी नजदीकियों का फायदा उठाते हुए अपने स्थान पर अपने खास चहेते अधिकारी IFS संजय शुक्ला को रेरा का अध्यक्ष बनवा दिया ताकि  उनका दबदबा बिल्डरों कालोनाईजरों के बीच बना रहे.

अमिताभ जैन

 

कौन हैं संजय शुक्ला

संजय शुक्ला, भारतीय वन सेवा (IFS) के अधिकारी हैं. वे 1987 बैच के आईएफएस अधिकारी हैं और मंत्रालय में प्रमुख सचिव पद पर भी काम कर चुके हैं. और उन्हें छत्तीसगढ़ रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (RERA) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.छत्तीसगढ़ आवास एवं पर्यावरण विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया. संजय शुक्ला को यह जिम्मेदारी उनके वर्तमान कार्यों के अतिरिक्त दी गई है.

देखें आदेश की COPY

 

श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज में मान्यता प्रक्रिया में गड़बड़ी के मामले में CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 35 लोगों को आरोपी बनाया है। भ्रष्टाचार के इस घोटाले में कॉलेज प्रबंधन और मान्यता समिति से जुड़े अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं.

बता दें कि सीबीआई ने इस मामले देश भर में कार्रवाई की है। जिसमें 1 जुलाई को टीम ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनमें से 3 मान्यता देने के बदले 55 लाख की रिश्वत लेने वाले आरोपी डॉक्टर थे. वहीं अब सीबीआई ने अन्य 35 लोगों को आरोपी बनाया है.

 

 

मामला क्या है?

  • मेडिकल कॉलेज कोअनियमित तरीके से मान्यता दिलाने के आरोप में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की.
  • भ्रष्टाचार निवारण अधिनियमकी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
  • जांच में पाया गया किनकली दस्तावेज और रिश्वत के जरिए मान्यता हासिल की गई.

कौन-कौन हैं आरोपी?

  • कॉलेज प्रबंधन के अधिकारी
  • मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) से जुड़े पूर्व अधिकारी
  • मध्यस्थ और दलालजिन्होंने गैरकानूनी तरीके से मान्यता दिलवाई