Bilkis Bano Case
Bilkis Bano Case : बिलकिस बानो गैंग रेप केस में 11 दोषियों को रिहा करने के गुजरात सरकार के फैसले को रद्द कर दिया है. साथ ही सभी 11 दोषियों को दो सप्ताह के भीतर जेल अधिकारियों को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है. चलिए आपको बताते हैं इस मामले पर फैसला सुनाने वाले जस्टिस उज्ज्वल भुइयां और बीवी नागरत्ना आखिर कौन हैं.
जस्टिस उज्ज्वल भुइयां का जन्म 1964 में गुवाहाटी के सुचेंद्र नाथ भुइयां के घर हुआ था, जो एक बेहद सम्मानित वरिष्ठ वकील और असम के पूर्व एडवोकेट जनरल थे. उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करने से पहले डॉन बॉस्को हाई स्कूल, गुवाहाटी में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की.
भुइयां ने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से आर्ट्स में डिग्री प्राप्त की है. इसके बाद उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की. गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, गुवाहाटी से डिग्री और बाद में एलएलएम की उपाधि प्राप्त की.
बीवी नागरत्ना का जन्म 1962 में हुआ था. नागरत्ना सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस हैं. उन्होंने 2008 से 2021 तक कर्नाटक हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में काम किया था. उनके पिता, ई. एस. वेंकटरमैया, 1989 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे.