रमेश गुप्ता
भिलाई। तीन दिन पहले झाडिय़ों में मिले नवजात के मामले में मोहन नगर पुलिस ने प्रेमी-प्रेमिका व उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि नवजात को फेंकने वाला युवक कोई और नहीं उसका पिता है और उसी ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया और थाने में भी झूठी रिपोर्ट लिखवाई। जांच के दौरान पुलिस को उसी पर शक हुआ और फिर मामला खुल गया। मोहन नगर पुलिस ने तीनों लोगों के खिलाफ धारा 93 बीएनएस के तहत कार्रवाई की है।
डीएसपी अजय सिंह ने पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि दरअसल 7-8 फरवरी 2025 की दरमियान रात पुलिस को सूचनाद मिली कि दो लडके जिला अस्पताल दुर्ग में नवजात शिशु बालक को इलाज के लिए लेकर पहुंचे हैं। दोनों बता रहे हैं कि मुकुट नगर तितुरडीह दुर्ग के पास झाडियों में बच्चा रोते हुआ मिला है। बच्चे को आदित्य नगर निवासी गुरूदर्शन सिह संधु एवं यश साहू लेकर पहुंचे थे। इनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थारा 93 बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। बच्चे के पैदा होते ही उसे इस तरह फेंक देने वाले मामले को पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने गंभीरता से लिया। एसपी के निर्देश पर एएसपी सुखनंदन राठौर व आइपीएस राहुल बंसल के मार्गदर्शन में मोहन नगर थाना प्रभारी शिव चंद्रा के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी पतासाजी के लिए लगाया गया। जांच के दौरान तकनीकी पहलुओं की गहन विवेचना में प्रार्थी गुरूदर्शन सिह संधु द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट पर ही संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस ने गुरुदर्शन सिंह को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। पुलिस की पूछताछ में गुरुदर्शन ने सारी सच्चाई उगल दी।
पूछताछ में गुरूदर्शन सिह संधु बताया कि वह 21 साल की युवती से करीब डेढ वर्षों से प्रेम करता है तथा इनके बीच रजामंदी से कई बार शारीरिक संबंध स्थापित हुआ। इसके कारण 21 युवती गर्भवती हो गई। शीतल ने 7-8 फरवरी 2025 के दरमियानी रात अपने घर के बाथरूम में शिशु बालक को जन्म दिया और उसके बाद बाथरूम की खिडकी तरफ से शिशु को नारफुल सहित फेंक दिया। इसके बाद शीतल साहू ने अपने प्रेमी गुरूदर्शन सिह संधु को फोन कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद गुरूदर्शन सिह संधु अपने दोस्त यश साहू के साथ पहुंचा और नवजात शिशु शिशु को उठाकर जिला अस्पताल दुर्ग लेकर पहुंचा। दुर्ग अस्पताल में पहुंचकर उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए झुठी एवं मनगढंत कहानी बनाई। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने गुरूदर्शन सिह, शीतल साहू व यश साहू को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की गई। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी मोहन नगर शिव चंद्रा, एएसआई राजेन्द्र देशमुख, महिला प्रधान आरक्षक भेनू ठाकुर, महिला आरक्षक सुमित्रा साहू एवं अन्य की विशेष भूमिका रही।