Anicut and Gaiman Bridge : एनीकट एवं गेमन पुल के आसपास खतरनाक कचरो को डंप, पेनाल्टी लगने के बाद भी जिम्मेदार बने मौनी बाबा

Anicut and Gaiman Bridge :

Anicut and Gaiman Bridge :  पेनाल्टी लगने के बाद भी जिम्मेदार बने मौनी बाबा

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Anicut and Gaiman Bridge : एनीकट एवं गेमन पुल के आसपास खतरनाक कचरो को डंप, पेनाल्टी लगने के बाद भी जिम्मेदार बने मौनी बाबा

Anicut and Gaiman Bridge : चांपा। अब हमारा चांपा शहर यैरे गैरे मामूली शहर के नाम से नहीं पहचाना जाता है बल्कि दिल्ली विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है अब इसी के चलते चांपा देश के नक्शे पटल पर एक खास महत्व रखता है !

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जिसका एक उदाहरण प्रसंग वस यहां लिख रहे हैं, जिसमें अंदाजा हो जाएगा कि इस तरह का राष्ट्रीय पुरस्कार के पीछे का काला स्याही क्या रंग रूप उकेर सकता है, इसका संकल्पना आम जनता ही कर सकता है

स्वच्छ अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा की गई थी जिसमें छत्तीसगढ़ को स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ राज्य का दर्जा दिया गया है साथ ही चांपा पालिका को स्वच्छ नगर का तमगा भी हासिल हो गया है !

लेकिन इसके पीछे जो दृश्य हैं वह पर्दे के पीछे घटित हो रहा है, जिसके चलते आज चांपा नगर में एनीकट एवं गेमन पुल के आसपास शहर भर से निकले हुए अपशिष्ट एवं कचरा को डंप किया जा रहा है,

जो कि अपने आप में एक बहुत गंभीर मुद्दा है कहने का तात्पर्य यह है कि जहां एनीकट के आसपास खतरनाक कचरो को डंप किया जा रहा है।

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Anicut and Gaiman Bridge : एनीकट एवं गेमन पुल के आसपास खतरनाक कचरो को डंप, पेनाल्टी लगने के बाद भी जिम्मेदार बने मौनी बाबा

वह एरिया हमारे पेयजल स्रोत के अंतर्गत आता है,और इन्हीं स्रोतों से हजारों लाखों घरों में पेयजल पहुंच रहा है,यही नहीं हसदो नदी के तट पर सैकड़ों असहाय एवं गरीब जन खुले में शौच करने की परंपरा को जीवित रखते आ रहे है

जोकि किसी गंभीर एवं जानलेवा खतरे से कम नहीं है,इसके उपरांत भी आम जनता के साथ पालिका के जिम्मेदार इस कदर लापरवाह है कि आज तक डंप किए जा रहे

खतरनाक कचरो पर किसी भी प्रकार का प्रतिबंध या कार्यवाही नहीं किए जाने के कारणों से आम जनता के द्वारा नदी की ओर आते जाते अपने घरेलू कचरा सहित अन्य अपशिष्ट को यहां फेंकने का जैसे कचरा फेंक प्रतियोगिता चल रहा हो।

यह बात पालिका को भी ज्ञात है लेकिन नगर स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखाकर अनदेखा कर रहे है अवार्ड हासिल करना यह बात लोगों को हजम नहीं हुई,ऐसी स्थिति में पालिका के जिम्मेदारों को कार्यवाही रूपी हाजमोला का डोज दिया जाना अब जरूरी हो जाता है,क्योंकि स्वच्छ अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद।

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पर्यावरण संरक्षण विभाग से जो पेनल्टी रूपी सम्मान अभी सामने खुलकर कर आ रहा है जो नगरवासियों के दिल और दिमाग में आकाशीय बिजली की तरह चुभने जैसा है

नगर के चौक चौराहों में लोग अपनी अपनी तरक रख कर अवार्ड के विषय में और पेनाल्टी को लेकर विभिन्न प्रकार के चर्चा करते हुए नहीं थक रहे है नगर में किस प्रकार का चर्चा है और किस तरह जिम्मेदार को कोस रहे हैं जानने के लिए पढ़ते रहिए जनधारा समाचार

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