:संजय सोनी:
भानुप्रतापपुर (भैंसाकन्हार ): गोदावरी माइंस प्रबंधन पर क्षेत्र में अशांति फैलाने और ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगा है। भैंसाकन्हार के सरपंच रमल कोर्राम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि खनन शुरू होने से पहले जन सुनवाई के दौरान कंपनी ने क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं और रोजगार देने का वादा किया था,
लेकिन 16 साल बीत जाने के बाद भी उनके गांव भैंसाकन्हार, जो कि माइंस प्रभावित क्षेत्र में आता है और माइंस के नीचे स्थित है, को रोजगार और मूलभूत सुविधाओं के मामले में पूरी तरह से शून्य रखा गया है।
सरपंच कोर्राम ने कहा कि कंपनी ग्रामीणों के निवेदन और आवेदनों पर गांवों को आपस में लड़ाकर दादागिरी करती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोदावरी माइंस प्रबंधन लीज क्षेत्र से बाहर भी कहीं भी काम करना चाहता है, और उनके वन क्षेत्र में भी दादागिरी करते हुए चुपचाप तरीके से सैकड़ों-हजारों पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचा रहा था। ग्रामीणों की शिकायत पर जांच हुई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सरपंच रमल कोर्राम ने प्रेस के माध्यम से शासन-प्रशासन से मांग की है कि वे समय रहते इस मामले में दखल दें और भैंसाकन्हार गांव के लोगों को रोजगार और मूलभूत सुविधाएं दिलाने की पहल करें। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो गांववासी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे