:राजकुमार मल:
भाटापारा- 150 रुपए किलो। धान के बाद विष्णुभोग चावल की इस नई कीमत ने मांग को लगभग शून्य पर लाकर खड़ा कर दिया है। 200 रुपए तक जा सकती है प्रति किलो कीमत, जैसी धारणा के बीच होलसेल और रिटेल काउंटरों ने फिलहाल अग्रिम सौदे से हाथ खींचने का मन बना लिया है।

नहीं खरीद सकेंगे 150 रुपए किलो की कीमत पर विष्णुभोग चावल। उपभोक्ताओं की इस दो टूक की आशंका खुदरा बाजार को पहले से ही थी। इसलिए चावल की इस प्रजाति के अगाऊ सौदे से फिलहाल अस्थाई तौर पर पीछे हो रहे हैं होलसेल और रिटेल मार्केट। तेजी दीर्घ अवधि तक बने रहने की आशंका इसलिए बन रही है क्योंकि ईकाइयां नए सौदे 18000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे नहीं कर रहीं हैं।
बासमती से आगे
कीमत के मामले में बासमती चावल हमेशा से आगे रहता आया है। यह पहला मौका है, जब वह 80 से 100 रुपए किलो पर शांत है जबकि विष्णु भोग चावल 150 रुपए किलो जैसी उच्च कीमत के साथ बासमती से काफी आगे हो चुका है। यह कीमत और आगे जा सकती है। इधर उत्पादक क्षेत्र पश्चिम बंगाल में विष्णुभोग चावल में खुदरा बाजार 180 से 190 रुपए किलो पर बोले जाने की खबर आ रही है।

मांग ने दिशा बदली
विष्णुभोग चावल में बोली जा रही यह कीमत अब खरीद क्षमता से बाहर जा चुकी है। इसलिए मांग अब सियाराम और एचएमटी जैसे बारीक चावल की ओर जाती नजर आ रही है क्योंकि इन दोनों की कीमत क्रय शक्ति के भीतर ही है। बाजार सूत्रों के मुताबिक सियाराम चावल इस समय 60 से 65 रुपए किलो और एचएमटी चावल 50 रुपए किलो पर शांत है।
एडवांस सौदा धीमा
उत्पादक क्षेत्र में कमजोर फसल और सीमित आवक। रही-सही कसर विष्णुभोग चावल में निर्यातकों की खरीदी पूरी कर रही है। तेज होती चावल की कीमत और घटती घरेलू मांग को ध्यान में रखते हुए अब चावल बाजार ने फिलहाल एडवांस सौदे से दूरी बनाने का मन बना लिया है। बाजार सूत्रों के मुताबिक चावल इकाइयां नए सौदे के लिए 18000 से 19000 रुपए क्विंटल की दर बता रहीं हैं।
