नशा मुक्त भारत अभियान
गरियाबंद। नगर के प्रतिष्ठित रामबिशाल पांडे उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के एनसीसी के छात्र सैनिकों ने नशा मुक्त भारत अभियान के चौथी वर्षगांठ के अवसर पर एनसीसी अधिकारी सागर शर्मा के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में विकसित भारत का मंत्र भारत हो नशे से स्वतंत्र के ध्येय वाक्य के साथ संकल्प लिया।
साथ ही सभी छात्र सैनिकों ने नशामुक्त भारत थीम पर चित्र, ड्राइंग तथा स्लोगन,नारा लिखकर प्रदर्शन कर जनजागरूकता हेतु प्रयास किया। ज्ञात हो कि भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 12 अगस्त को विकसित भारत का मंत्र भारत हो नशे से स्वतंत्र थीम पर समस्त विद्यार्थियों विद्यालयों महाविद्यालयों छात्रावासों सभी स्तर पर नशामुक्ति की प्रतिज्ञा की शपथ का वाचन कराया जाना प्रस्तावित था एवं तदनुसार आवश्यक कार्यवाही किए जाने हेतु एनसीसी के कैडेटों द्वारा नशामुक्त भारत अभियान अंतर्गत कार्यक्रम किया गया। प्राचार्य संजय एक्का ने कहा कि नशापान से शारीरिक एवं मानसिक गंभीर व्याधियाँ होती है तथा नशापान से सामाजिक प्रतिष्ठा कम होती है तथा समाज से प्राय: उपेक्षा मिलती है। विज्ञान प्रभारी व्याख्याता समीक्षा गायकवाड़ ने कहा कि नशापान उच्च स्तरीय जीवन शैली का प्रतीक नहीं है। अपितु अज्ञानता में लिया गया आत्मघाती निर्णय है नशापान से मानसिक असंतुलन की स्थिति बनती है नशापान से कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है तथा व्यक्ति भ्रमित हो जाता है।
वरिष्ठ व्याख्याता बीएल ध्रुव ने कहा कि नशापान से पारिवारिक सुख एवं समृद्धि का अंत होता है, जिससे जीवन में भटकाव की स्थिति बनती हैं। व्याख्याता संजय श्रीवास्तव ने बताया कि नशापान से वातावरण प्रदूषित होता है, जिससे हमारे परिवार के बच्चे अधिक प्रभावित होते है।अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए एनसीसी अधिकारी सागर शर्मा ने कहा कि एक एनसीसी कैडेट होकर हमें संकल्प लेना होगा कि अपने छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने, अपने परिवार में हर्षोल्लास रखने, तन, मन, धन को सुदृढ़ बनाने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सभी वर्ग के व्यक्तियों में नशापान के दुष्परिणामों को प्रचारित कर यथा संभव नशा पीडि़तों से व्यक्तिगत सम्पर्क कर उन्हें नशामुक्ति के लिए प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम में व्याख्याता कमल सोनकर, संतोष सूर्यवंशी, गोपाल देवांगन, मधु गुप्ता, खेल शिक्षिका शिखा महाडि़क एवं अंजू मार्कण्डे आदि उपस्थित रहे।