सेंट जोसेफ स्कूल के स्टूडेंट्स ने देखा गोदावरी माइंस…क्रशिंग, स्क्रीनिंग और मैग्नेटिक सेपरेशन की प्रक्रिया को समझा

इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को खनन उद्योग, वैज्ञानिक प्रक्रियाओं तथा गणितीय उपयोगों की वास्तविक समझ प्रदान करना है। विद्यालय बस से खदान परिसर पहुँचने पर माइंस के चेयरमैन के.के. झा, सीएसआर के प्रमुख बी.पी. पाही एवं सिविल कांट्रैक्टर राजकुमार साहू द्वारा विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी विद्यार्थियों को सेफ्टी कैप, एप्रन तथा अन्य सुरक्षा साधन प्रदान किए गए। इसके बाद विद्यार्थियों को कंपनी के वाहनों से विभिन्न विभागों का दौरा कराया गया।


भ्रमण का पहला चरण सेपरेशन प्लांट था, जहाँ विद्यार्थियों ने जाना कि किस प्रकार 40% लौह युक्त डंप्ड आयरन ओऱ से उच्च गुणवत्ता वाली 65% ग्रेड की लौह अयस्क को अलग किया जाता है। विभागीय प्रभारी अधिकारियों ने क्रशिंग, स्क्रीनिंग तथा मैग्नेटिक सेपरेशन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया और बताया कि तकनीक व गणितीय सटीकता खनन के हर चरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


इसके बाद विद्यार्थियों को टॉप व्यू प्वाइंट ले जाया गया, जहाँ से पूरे खदान क्षेत्र का विशाल स्वरूप दिखाई देता है। विद्यार्थियों ने भारी मशीनरी, ड्रिलिंग कार्य, परिवहन ट्रकों व खनिज निकालने की प्रक्रिया को नजदीक से देखा। विभिन्न विभागों के इंचार्जों ने खनन की पूरी प्रक्रिया निष्कर्षण से लेकर प्रसंस्करण तक की जानकारी साझा की।



भ्रमण के अंत में विद्यार्थियों का माइन के चेयरमैन के.के.झा तथा सीएसआर प्रमुख बी.पी. पाही के साथ फोटो सेशन आयोजित किया गया। विद्यालय की ओर से उन्हें प्रिंसिपल फादर आनंद एक्का द्वारा स्मृति चिह्न (मोमेंटो) भेंट कर आभार व्यक्त किया गया।
समग्र रूप से यह शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा, जिसने उन्हें खनन क्षेत्र, औद्योगिक प्रक्रियाओं और वैज्ञानिक कार्यप्रणालियों की गहन समझ प्रदान की।

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