बीजापुर। उसूर ब्लॉक के आवापल्ली स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार सुबह
इलाज के दौरान दो माह के शिशु की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने
अस्पताल में जोरदार हंगामा किया। शिशु को ग्राम मुर्दोण्डा से सुबह 9 बजे हल्का बुखार
व सर्दी-खांसी की शिकायत पर परिजन इलाज के लिए अस्पताल लाए थे।

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और ड्यूटी में तैनात नर्स ने बच्चे को पहले सिरप या भाप देने के बजाय सीधे हाथ में कैनुला लगाकर लगातार एक के बाद एक इंजेक्शन लगाना शुरू कर दिया। जब परिजनों ने सिरप देने की बात कही तो डॉक्टर ने कहा कि “हमें काम करने का तरीका मत बताइए।” परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई है।
घटना के बाद शिशु के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर दोषी डॉक्टर व स्टाफ पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बीएमओ ने आरोपों को बताया निराधार
मामले में बीएमओ डॉ. उमेश ठाकुर ने कहा कि बच्चे को निमोनिया था और वह गंभीर अवस्था में अस्पताल लाया गया था। अस्पताल की तरफ से सामान्य प्रोटोकॉल के तहत ही ट्रीटमेंट किया गया। परिजन भावुक हैं, इस कारण गलत आरोप लगा रहे हैं।