:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली -: विधायक चातुरी नंद ने बलौदा क्षेत्र में
जहरीली शराब से हुई तीन मौतों को “गंभीर प्रशासनिक लापरवाही और
शासन-प्रशासन की नाकामी” करार दिया है। विधायक चातुरी नंद ने कहा
“यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि अवैध शराब माफियाओं और प्रशासन
के गठजोड़ का परिणाम है, जो वर्षों से लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।”
बता दें कि विगत दिनों सरायपाली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बलौदा में जहरीली कच्ची शराब के सेवन से तीन व्यक्तियों की दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के आदिवासी समाज के बल्लभ मांझी पिता गोपाल मांझी, श्रवण सोनी पिता धनुर्जय सोनी एवं नेहरू सोनी पिता धनुर्जय सोनी की मौत जहरीली कच्ची शराब पीने से हुई थी। ग्रामीणों और महिलाओं ने बलौदा थाना में ज्ञापन सौंपकर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

विधायक चातुरी नंद ने सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में हो रही अवैध शराब बिक्री और महुआ शराब बिक्री के लिए आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने शासन प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “बलौदा ही नहीं, बल्कि सिंघोड़ा, सरायपाली शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी आबकारी और पुलिस प्रशासन के संरक्षण में अवैध शराब की खुलेआम बिक्री हो रही है। मैंने स्वयं कई बार उच्चाधिकारियों को इस गंभीर विषय पर अवगत कराया, परंतु परिणाम शून्य रहा।
विधायक चातुरी नंद ने कहा कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री ने भी अवैध शराब पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन धरातल पर उसका कोई असर नहीं दिख रहा। यह स्थिति शासन की साख और जनता के विश्वास दोनों के साथ धोखा है।”

विधायक चातुरी नंद ने आगे कहा “अब सिर्फ औपचारिक कार्रवाई नहीं, बल्कि जवाबदेही तय करनी होगी — आखिर किसकी छत्रछाया में यह जहरीली शराब बेची जा रही है? जब तक अवैध शराब के कारोबार में शामिल प्रशासनिक तंत्र की भूमिका की जांच नहीं होगी, तब तक निर्दोष लोगों की मौतें होती रहेंगी।”
सरायपाली विधायक चातुरी नंद ने बलौदा में जहरीली शराब से हुई 3 मौतों की उच्च स्तरीय जांच और अवैध शराब बिक्री पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में तीनों मृतकों की मौत की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच बलौदा, सिंघोड़ा और सरायपाली थाना क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण व बिक्री में शामिल माफियाओं और उनके संरक्षकों की पहचान कर तत्काल गिरफ्तारी, आबकारी विभाग एवं स्थानीय पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच, पूरे विधानसभा क्षेत्र में “अवैध शराब मुक्त अभियान” चलाया जाए और शराबबंदी नीति का सख्ती से पालन कराने की मांग सीएम से की है।
विधायक चातुरी नंद ने कहा कि “अब यह केवल एक प्रशासनिक मामला नहीं, बल्कि जनजीवन और अस्मिता का सवाल है। जिनकी जिम्मेदारी जनता की सुरक्षा की है, वही यदि अपराधियों को संरक्षण देंगे, तो जनता किस पर भरोसा करे? मैं मुख्यमंत्री जी से आग्रह करती हूँ कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि आने वाले दिनों में भी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे इस मुद्दे को विधानसभा सत्र और जनता के बीच बड़े आंदोलन के रूप में उठाने से पीछे नहीं हटेगी।
विधायक चातुरी नंद ने क्षेत्रवासियों से भी अपील करते हुए कहा को “मैं अपने क्षेत्र के लोगों से अपील करती हूँ — नशे और अवैध शराब से दूर रहें, और ऐसे कारोबार की जानकारी प्रशासन को दें।
मैं आपके साथ हूँ, और इस लड़ाई को अंत तक लड़ूंगी ताकि हमारे गांवों से यह जहर हमेशा के लिए खत्म हो।”