:संजय सोनी:
भानुप्रतापपुर। स्कूल जतन योजना में हुई भ्रष्टाचार केवल दुर्गुकोंदल में नहीं
बल्कि पूरे काँकेर जिले के अधिकांश स्कूलो में मरम्मत के नाम पर किया गया। स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे
जनहित मुद्दों पर राजनीति नही करनी चाहिए लेकिन आपदा को अवसर में बदलने के
लिए ठेकेदार ही नही अपितु अधिकारी भी तत्पर रहते है। स्कूल जतन योजना जिसका उदाहरण है।
आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व आदिवासी नेता कोमल हुपेण्डी ने कहा कि काँकेर जिले में स्कूल जतन योजना में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांच कराने में सरकार आखिर गम्भीर क्यों नहीं है..?

कोमल हुपेण्डी ने बताया कि स्कूल भवनों के मरम्मत के नाम पर निकली करोड़ों की राशि न सिर्फ दुर्गुकोंदल ब्लॉक अपितु पूरे काँकेर जिले में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।पूर्ववर्ती सरकार में हुए शराब घोटाले पर तो विष्णु देव साय सरकार गम्भीरता दिखाते हुए मामला सीबीआई को सौंप दी लेकिन साय सरकार शिक्षा पर इतना संवेदनशील क्यों नहीं है.?
पूर्ववर्ती सरकार में कांग्रेसी विधायकों के संरक्षण में अधिकारियों ने सारे नियम-कानूनों को धता बताते हुए स्कूल मरम्मत के नाम पर आए करोङों की राशि का बंदर बांट किए हैं।कोमल हुपेण्डी ने आगे कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पूर्ववर्ती सरकार में ही प्रशासन से मांग की थी लेकिन सरकार ने मामले को दबाने का प्रयास किया।
वर्तमान में दुर्गुकोंदल ब्लॉक के जागरूक युवा इस मुद्दे को लेकर आवाज बुलंद कर रहे हैं।लेकिन जांच के नाम पर ठेंगा दिखाया जा रहा है।यहाँ तक कि युवाओं को स्कूलों के मरम्मत के नाम पर आई करोड़ों की राशि पर किए नंगा नाच के खिलाफ अर्धनग्न प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा, इसके बावजूद सरकार जाँच के नाम पर संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है.
जो कि संदेह को जन्म देती है।श्री हुपेण्डी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि काँकेर जिले के सभी विकासखण्डों में स्कूल जतन योजना में हुए भ्रष्टाचार की निष्पक्ष व उच्चस्तरीय जांच हो।यदि प्रदेश सरकार गम्भीरता नहीं दिखाती है तो काँकेर जिले के सैकड़ों युवाओं के साथ पैदल चलकर मुख्यमंत्री आवास कूच करेंगे।
और जब तक मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मामले की जाँच व कार्यवाही नहीं करेंगे हम CM हाऊस के सामने बैठकर आंदोलन की आगामी रणनीति अख्तियार करेंगे।