कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में पानी की किल्लत ने हालात गंभीर कर दिए हैं। सरोधा केनाल में तकनीकी खराबी आने के कारण पिछले चार दिनों से शहर में पानी की सप्लाई पूरी तरह ठप है। करीब 70 हजार आबादी वाले शहर में 60 हजार से अधिक लोग पीने और निस्तारी के पानी के लिए जूझ रहे हैं।

नगरपालिका की ओर से टैंकरों से पानी उपलब्ध कराने का दावा जरूर किया गया है, लेकिन हकीकत यह है कि कई वार्डों तक टैंकर पहुंच ही नहीं पाए। पानी न मिलने से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भारी परेशानी हो रही है। लोग मजबूरी में पड़ोसियों के बोर और हैंडपंपों पर लंबी कतारें लगाकर पानी भरने को विवश हैं।
स्थानीय निवासी कादरी ने आरोप लगाया कि नगरपालिका टैंकरों की सप्लाई आम जनता तक न पहुंचाकर निजी लोगों को प्राथमिकता दे रही है। वहीं कामरु निशा नाम की महिला ने बताया कि तीन दिन से पीने और नहाने तक का पानी नहीं मिला। लोगों को बोरिंग और हैंडपंप के भरोसे रहना पड़ रहा है।
शहरवासियों का कहना है कि पानी की सप्लाई 1 सितंबर से बंद है। नगर पालिका ने मरम्मत का काम दो दिन में पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी सप्लाई बहाल नहीं हो सकी। इस लापरवाही को लेकर नागरिकों में भारी आक्रोश है।
लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सप्लाई बहाल नहीं हुई तो वे नगर पालिका के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे। फिलहाल कवर्धा में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है और लोग बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं।