रायपुर। सूदखोरी के आरोपों से घिरे फरार तोमर बंधुओं के खिलाफ पुलिस और नगर निगम की कार्रवाई तेज हो गई है। गुरुवार को भाटागांव स्थित उनके कार्यालय पर बुलडोजर चलाया गया, जिसे बिना अनुमति और अवैध रूप से बनाया गया था। सूत्रों के अनुसार, इसी कार्यालय से तोमर बंधु सूदखोरी का धंधा चलाते थे।

भारी पुलिस बल की तैनाती
कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। निगम टीम ने कार्यालय से सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस की विशेष टीम ‘प्रहरी’ भी ड्यूटी पर थी।

लंबे समय से फरार हैं तोमर बंधु
रोहित तोमर और उसके भाई वीरेंद्र तोमर पर सूदखोरी, मारपीट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। दोनों लंबे समय से फरार हैं, और उनकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट जारी हो चुका है। पुलिस ने हाल ही में रोहित की पत्नी भावना (रुचि) तोमर को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी, जिसमें उसने कई खुलासे किए थे।
पुलिस ने तोमर बंधुओं से एक जैगुआर कार बरामद की थी, जो भिलाई के मनोज वर्मा की थी। मनोज ने 5 साल पहले 3 लाख रुपये उधार लिए थे और कार गिरवी रख दी थी। बाद में उसने 8 लाख रुपये चुकाए, लेकिन तोमर बंधुओं ने कार वापस नहीं की।
वीरेंद्र की पत्नी भी जेल में
वीरेंद्र तोमर की पत्नी शुभ्रा सिंह (नेहा) को भी एक्सटॉर्शन, कर्जा एक्ट और एक यूट्यूबर व उसके कैमरामैन को बंधक बनाकर मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में दिल्ली की एक महिला और एमपी के एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया था।