:संजय सोनी:
भानुप्रतापपुर। CMDC माइंस प्रबधन के खिलाफ प्रभावित ग्राम के लोग ने स्थानीय मजदूरो की भर्ती न करने को लेकर भैसाकन्हार भैसमुंडी के ग्रामीणों ने सोमवार को मुख्य मार्ग पर घंटो चक्काजाम कर अपना विरोध जताया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन की ओर से मौके पर तहसीलदार एवं एसडीओपी भानुप्रतापपुर साथ ही माइंस प्रबंधन की ओर से दीपक गुप्ता पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा की और आश्वासन दिया.

अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग को लेकर पुनः गांव में बुधवार को बैठक करने और सर्वसम्मति से मजदूरों की भर्ती की जाने की बात कही गई। तब कही जाकर दोपहर 3 बजे चक्काजाम समाप्त हुआ। सड़क 4 घंटे बंद रहने से राजनांदगांव, दुर्ग एवं भानुप्रतापपुर से आने जाने वाली वाहनों की लंबी कतार लगी रही। राहगीर परेशान होते रहे।
सरपंच रमल कोर्राम सहित ग्रामीणों का कहना है कि सीएमडीसी की खदान संचालित हुए लगभग 5 साल हो गए हैं अभी तक हमारे ही गांव में खदान होने के बाद भी ग्रामीणों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है.

बता दे कि लौह अयस्क का परिवहन शुरू करने और मजदूरों की भर्ती करने के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हे अश्वासन दिया गया था। परिवहन शुरू होने और मजदूरो की भर्ती नहीं करने से आक्रोशित ग्रामवासियों ने आंदोनल करने की चेतावनी माइंस प्रबंधन को दिया था।
सीएमडीसी माइंस भैंसाकन्हार के क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा लौह अयस्क परिवहन के संबंध में 1 जुलाई को बैठक आयोजित की गई थी। आयोजित बैठक में माइंस प्रबंधन की ओर से यह आश्वासन दिया गया था कि 1 जुलाई से लौह अयस्क का परिवहन प्रारंभ किए जाने के साथ ही मजदूरों की भर्ती की जाएगी, परंतु अभी तक न तो मजदूरों की कोई भर्ती की गई है और न ही इस विषय में ग्राम भैसाकन्हार को किसी प्रकार की जानकारी दी गई है।

यह स्थिति ग्रामवासियों में असंतोष एवं आक्रोश का कारण बन रही है। ग्रामीणों का कहना है कि माइंस प्रबंधन को निर्देशित किया जाए कि 20 जुलाई तक
मजदूरों की भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए एवं संबंधीत ग्राम को स्पष्ट जानकारी दिया जाए। सीएमडीसी के द्वारा जानकारी नहीं दिए जाने पर प्रभावित ग्रामीण बाध्य होकर 21 जुलाई से भानुप्रतापपुर-दल्लीराजहरा मुख्य मार्ग पर चक्काजाम एवं उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई थी।

जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन एवं माइंस प्रबंधन की होगी। ग्रामीणों ने इस विषय को लेकर पूर्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। सीएमडीसी
प्रबंधन और ठेकेदार के द्वारा मनमानी व अनदेखी किए जाने से प्रभावित गांव लोगो में माइंस प्रबंधन व प्रशासन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही थी। जो आज चक्काजाम कर अपना विरोध किया। यदि मांग पूरी नही होगी तो विरोध जारी रहेगी।
