:राजकुमार मल:
भाटापारा: आवक कम होने से गन्ना की कीमत आसमान छूने लगा है. जिससे जूस विक्रेताओं के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. बावजूद इसके जूस विक्रेता सहर्ष स्वीकार कर रहे हैं . तय समय से लगभग एक पखवाड़े पहले शुरू हुआ गन्ना जूस अब वापसी की तैयारी में है क्योंकि न सिर्फ गन्ना की आवक घट रही है बल्कि मानसून भी करीब आ चुका है. इसके बाद भी गन्ना में 1200 से 1500 रुपए क्विंटल जैसी उच्च कीमत, आगे भी मजबूती का संकेत दे रहीं हैं.
छत्तीसगढ़ खत्म, महाराष्ट्र चालू
यह शायद पहला साल है, जब छत्तीसगढ़ में जूस क्वालिटी का गन्ना समय से पहले ही खत्म हो चुका है। लेकिन शिखर पर पहुंच तापमान ने गन्ना जूस में मांग का दबाव बनाया हुआ है। इसलिए महाराष्ट्र के नासिक क्षेत्र से गन्ना की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। सौदे भले ही 1200 से 1500 रुपए क्विंटल जैसी तेज कीमत पर हो रहे हों लेकिन सहर्ष स्वीकार कर रहा है यह भाव गन्ना जूस विक्रेता।
नींबू दे रहा झटका
सात रुपए किलो पर शुरू हुआ बर्फ उतने में ही स्थिर है.पर लेकिन नींबू लगातार झटका दे रहा है. हल्की गुणवत्ता वाला नींबू 80 से 100 रुपए किलो पर शांत है लेकिन उच्च गुणवत्ता वाला नींबू अभी भी 100 से 150 रुपए जैसी कीमत पर मजबूत है. इसलिए जूस सेंटरों में हल्की गुणवत्ता वाले नींबू की खरीदी में बनी हुई है. इसमें मंदी की धारणा इसलिए भी नहीं है क्योंकि घरेलू मांग का दबाव भी बना हुआ है.

सतर्क खरीदी
मानसून करीब आता देखकर अब जूस काउंटर गन्ना में खरीदी की मात्रा घटा रहे हैं. सौदे, रोजाना गन्ना जूस की मांग को देखते हुए किये जा रहे हैं. रही बात जूस की, तो 20 रुपए और 15 रुपए गिलास जैसी कीमत पर ठहरा हुआ है। तेजी की धारणा इसलिए भी नहीं है क्योंकि मांग 10 और 15 रुपए गिलास जूस में ही बनी हुई है.