New chapter: शिक्षा की नई इबारत…CRPF का गुरुकुल…देखें कैसे बदल रहा है… नक्सल कमांडर हिड़मा का गांव

नक्सलवाद के खिलाफ लंबे संघर्ष के बाद बस्तर संभाग के सात जिलों में से अधिकांश में अब शिक्षा और विकास की बयार बहने लगी है। CRPF द्वारा पूर्व नक्सल गढ़ पूवर्ती और टेकलगुड़ेम में स्थापित ‘गुरुकुल’ शिक्षा के नए मॉडल के रूप में उभर रहे हैं, जहां 80 से अधिक बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जा चुका है।

 

:पूर्व नक्सल गढ़ में शिक्षा की रोशनी:

CRPF ने नक्सली संगठन के सीसी मेंबर हिड़मा के गांव पूवर्ती में पहला गुरुकुल शुरू किया, जहां 19 साल पहले तक सड़कें भी नहीं थीं. 80 से अधिक बच्चे गुरुकुल में बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा, किताबें और खेलकूद की सुविधाएं दी जा रही हैं.

10 से अधिक बच्चे 100 किमी दूर कुआकोंडा के आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. पूवर्ती में नए स्कूल का निर्माण चल रहा है, जबकि 35 ड्रॉपआउट बच्चों को फिर से शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.

CRPF और प्रशासन की पहल

डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित के अनुसार, क्षेत्र में तीन गुरुकुल संचालित हैं, जहां बच्चों को समग्र शिक्षा दी जा रही है।

जिला शिक्षा अधिकारी सुकमा जी आर मंडावी ने बताया कि गांव-गांव जाकर बच्चों का सर्वे किया जा रहा है ताकि कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे।