दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: राम के भक्त होने को लेकर AAP और BJP के बीच सियासी घमासान…

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान धार्मिक मुद्दे ने एक नई सियासी बहस छेड़ दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच भगवान श्रीराम के भक्त होने को लेकर तकरार जारी है। हाल ही में, केजरीवाल ने एक चुनावी सभा में रामायण का जिक्र करते हुए सीताहरण की कहानी सुनाई थी, जिसमें उन्होंने रावण के सोने के हिरण के रूप में आने की बात कही थी। इस बयान को लेकर BJP ने केजरीवाल पर हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने रामायण को गलत तरीके से उद्धृत किया और भगवान राम-सीता का अपमान किया।

BJP के इस हमले के बाद, आम आदमी पार्टी (AAP) से भाजपा में गए नेता और पटपड़गंज से AAP प्रत्याशी अवध ओझा ने भी बयान दिया। ओझा ने बीजेपी का बिना नाम लिए कहा कि वे राम के जीवन से जुड़े 10 सूत्रों को भी नहीं समझ सकते हैं। ओझा ने दावा किया कि वह अयोध्यानगरी से हैं, जहां श्रीराम का जन्म हुआ और इसलिए उनका राम के प्रति सच्चा भक्त होना साफ है। उन्होंने पार्टी के अन्य नेताओं को ‘फर्जी राम भक्त’ करार दिया और कहा कि वे असली राम भक्त हैं।

इसके अलावा, अवध ओझा ने भगवान राम को पाने का एक फॉर्मूला भी पेश किया। उन्होंने कहा कि ‘T+T=T’ यानी ‘त्याग+तपस्या=तमन्ना’। उनका कहना था कि जो भी व्यक्ति जीवन में कुछ पाना चाहता है, उसे भगवान राम के आदर्शों पर चलना चाहिए। ओझा ने यह भी कहा कि भगवान राम राजमहल से श्रीराम बनकर निकले और प्रभु राम बनकर लौटे, वह आदर्श हैं, जिन्हें हर प्राणी को जीवन में अपनाना चाहिए।

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वहीं, केजरीवाल ने अपनी सभा में रामायण के सीताहरण का प्रसंग सुनाते हुए रावण के सोने के हिरण के रूप में आने की कहानी सुनाई थी। उन्होंने बताया कि रावण ने सोने का हिरण बनकर माता सीता को छलने की कोशिश की और इस कारण लक्ष्मण को श्रीराम की अनुमति के बिना बाहर जाने के लिए कहा गया। जब लक्ष्मण जंगल में गए, तो रावण ने सीता का अपहरण कर लिया। BJP ने केजरीवाल के इस बयान को गलत बताते हुए कहा था कि हिरण का रूप रावण ने नहीं, बल्कि मारीच ने लिया था, जो एक अलग चरित्र था।

BJP के इस आरोप पर केजरीवाल ने पलटवार किया और कहा कि उन्होंने रावण का अपमान नहीं किया है, बल्कि उन्होंने सच का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि BJP वाले राक्षसी प्रवृत्ति के हैं और वे रावण के सम्मान में उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि BJP के लोग धार्मिक मुद्दों का राजनीतिक लाभ उठाने के लिए यह विवाद खड़ा कर रहे हैं।

इस विवाद ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के मौसम में धार्मिक मुद्दों को और गरमा दिया है, जहां दोनों प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला रही हैं। एक तरफ, AAP अपने आप को भगवान श्रीराम का सच्चा भक्त बताकर चुनावी मैदान में उतरी है, वहीं दूसरी तरफ BJP भी अपने हिन्दूवादी रुख को मजबूती से प्रस्तुत कर रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस सियासी खेल में जनता किसे सही मानती है और किसकी जीत होती है।

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