:नवीन दुर्गम:
बीजापुर: जिले में 9 माओवादियों ने बुधवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इनमें 6 इनामी शामिल हैं, जिन पर कुल 24 लाख रुपये का इनाम था। यह कदम राज्य सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों के दबाव के चलते उठाया गया।

प्रमुख तथ्य:
- आत्मसमर्पणकर्ताओं में माड़ डिवीजन, दक्षिण बस्तर डिवीजन और DGN (धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़) क्षेत्र के सक्रिय सदस्य शामिल हैं।
- सबसे बड़ा इनाम: बक्सू ओयाम (8 लाख), जो 2007 से माओवादी संगठन में सक्रिय था।
- बुधराम पोटाम पिता लक्खू पोटाम उम्र 36 वर्ष जाति मुरिया निवासी पुसनार थाना गंगालूर जिला बीजापुर पदनाम- प्लाटून नम्बर 12- एसीएम, ईनाम – 05 लाख ईनाम रूपये, वर्ष 2000 से सक्रिय ।
- हिड़मा ऊर्फ हिरिया पिता देवा सोढ़ी उम्र 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी हिरमागुण्डा गोंदेपारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर छ0ग0 पद- पश्चिम बस्तर डीविजन प्लाटून न0 13 एसीएम । ईनाम – 05 लाख रूपये , वर्ष 2000 से सक्रिय ।
- मंगू उईका ऊर्फ टोग्गी पिता स्व0 पाण्डू उम्र 38 वर्ष निवासी मल्लेपल्ली स्कूलपारा थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर छ0ग0 पद- दक्षिण बस्तर डीविजन टेक्निकर टीम सदस्य , ईनाम- 02 लाख रूपये, वर्ष 2004 से सक्रिय
- रोशन कारम ऊर्फ सोनू ऊर्फ अजित पिता आयतु कारम उम्र 24 वर्ष जाति मुरिया निवासी एड़समेटा पोर्रेपारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर पद- DGN (धमतरी -गरियाबंद-नुआवाड़) डीविजन अंतर्गत चिन्नापल्ली एरिया कमेटी पार्टी सदस्य। ईनाम 02 लाख रूपये , वर्ष 2010 से सक्रिय ।
- मंगलों पोड़ियाम पिता सन्नू पोड़ियाम उम्र 23 वर्ष जाति मुरिया निवासी दरभा काकलूरपारा थाना कुटरू जिला बीजापुर छ0ग0 , पदनाम- भैरमगढ एरिया कमेटी पार्टी सदस्या । ईनाम 02 लाख रूपये, वर्ष 2021 से सक्रिय
- कमलू हेमला ऊर्फ कुम्मा पिता लक्खू हेमला उम्र 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी फुलादी गायतापारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर, पदनाम- फुलादी आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य, वर्ष 2006 से सक्रिय ।
- बुधराम हेमला पिता बोडडा उम्र 47 वर्ष जाति मुरिया निवासी फुलादी कुंजामपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर , पदनाम फुलादी आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य, वर्ष 2014 से सक्रिय ।
- पण्डरू पूनेम ऊफ पदखूटा पिता मंगू पूनेम ऊर्फ हापू उम्र 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी मनकेली मेटापारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, पदनाम मनकेली भूमकाल मिलिशिया कमांडर , वर्ष 1997 से सक्रिय ।
- पुनर्वास योजना: सभी आत्मसमर्पणकर्ताओं को 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई।
आत्मसमर्पण के कारण:
- विकास कार्यों का प्रभाव: सुदूर इलाकों में सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार।
- संगठन में मोहभंग: आंतरिक कलह और नेतृत्व से असंतोष।
- सुरक्षा बलों का दबाव: DRG, STF, COBRA और केरिपु बटालियन की कार्रवाई।
- पुनर्वास नीति का आकर्षण: रोजगार, शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा का आश्वासन।
2025 का रिकॉर्ड:
- 310 माओवादी गिरफ्तार।
- 277 ने आत्मसमर्पण किया।
- 131 मुठभेड़ में मारे गए।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
बीजापुर पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने अन्य माओवादियों से भी शांतिपूर्ण जीवन अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “सरकार की पुनर्वास नीति उन्हें नया जीवन देने के लिए तैयार है।”
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(समाचार अपडेट्स के लिए बने रहें।)