:नवीन दुर्गम:
बीजापुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सर्व आदिवासी समाज ने भोपालपटनम में एक भव्य कार्यक्रम
का आयोजन किया, जिसमें समाज की एकजुटता पर जोर दिया गया। इस दौरान समाज ने शासन और प्रशासन से
अपनी कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं और राजनीतिक दलों से दूरी बनाए रखने का आह्वान किया।
पुराने हाई स्कूल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सामाजिक पदाधिकारियों ने राजनीतिक पार्टियों की कड़ी आलोचना की। सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष काका महेंद्र ने समाज के सदस्यों को एकजुट रहने की सलाह दी, जबकि कमल सिंह कोर्राम ने एक नई राह सुझाते हुए कहा कि आदिवासियों को किसी भी राजनीतिक पार्टी को वोट नहीं देना चाहिए।

उन्होंने समाज से अपनी खुद की एक अलग पार्टी बनाकर अपने प्रतिनिधियों को केंद्र और राज्य में भेजने की बात कही।
कोर्राम ने कहा कि केवल समाज द्वारा चुने गए प्रतिनिधि ही उनके हितों की रक्षा कर सकते हैं, क्योंकि दशकों से सरकारों ने विकास के नाम पर सिर्फ शोषण किया है।
आदिवासी समाज ने अपनी पहचान और संस्कृति को बचाने के लिए एक अलग धर्म कोड की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया।

समाज प्रमुखों ने बताया कि आजादी से पहले उनका एक अलग धर्म कोड था, लेकिन बाद में सरकारों ने उसे दूसरे धर्मों में मिला दिया। इससे समाज के लोगों को दूसरे धर्मों को अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
समाज ने केंद्र और राज्य सरकारों से अपील की है कि वे इस पर ध्यान दें और उनके लिए एक अलग धर्म कोड स्थापित करें, जिससे उनकी संस्कृति और रीति-रिवाज सुरक्षित रह सकें।
इस सफल आयोजन के पीछे आयोजन समिति के अध्यक्ष अशोक मड़े सहित समिति के सदस्यों की एक महीने की मेहनत थी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री मरपल्ली, अध्यक्ष कोरम एलैया और विशिष्ट अतिथि पेरे पुलैया, कामेश्वर गौतम, शशिकला ध्रुव, अशोक तलाण्डी, राजेश्वरी ठाकुर और आलम कामेश्वर सहित बड़ी संख्या में महिला और पुरुष उपस्थित थे।
बच्चों ने भी रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया।