पेरिस। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की नीतियों और बार-बार प्रधानमंत्री बदलने को लेकर फ्रांस बुधवार को हिंसक प्रदर्शनों की चपेट में आ गया।
राजधानी पेरिस समेत कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर जाम लगाया
और सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया। जगह-जगह आगजनी
और तोड़फोड़ से तनाव फैल गया। हालात काबू में लाने के
लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
लगातार चौथी बार बदला प्रधानमंत्री, भड़के लोग
फ्रांस में बीते एक साल में चौथे प्रधानमंत्री की नियुक्ति ने जनता का गुस्सा भड़का दिया है। राष्ट्रपति मैक्रों ने रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू (39) को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। इससे पहले प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरू ने इस्तीफा दिया था। बार-बार नेतृत्व में बदलाव को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

200 से ज्यादा गिरफ्तारियां, 80,000 पुलिस तैनात
गृह मंत्री ने बताया कि देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के दौरान शुरुआती घंटों में करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सुरक्षा के लिए 80,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और पुलिस को तत्काल गिरफ्तारियां करनी पड़ीं।
सोशल मीडिया से सड़क तक पहुंचा आंदोलन
शुरुआत में आंदोलन केवल ऑनलाइन दिखा, सोशल मीडिया पर हैशटैग ट्रेंड करता रहा। लेकिन दिन चढ़ते ही भीड़ बेकाबू हो गई और विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया। पश्चिमी शहर रेनेस में एक बस को आग के हवाले कर दिया गया, वहीं दक्षिण-पश्चिम में बिजली लाइन को नुकसान पहुंचने से ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ।
गृह मंत्री ब्रूनो रिटेलेउ ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी देश में “विद्रोह का माहौल” बनाने की कोशिश कर रहे हैं।