UltraTech Cement Plant शोर शराबे और धरना प्रदर्शन के बाद पैतीस लाख रूपये और स्थाई नौकरी के नाम पर हुआ समझौता
12 घंटे मजदूर एवं परिजनों के हंगामे के बीच रात्रि दो बजे हुआ समझौता
UltraTech Cement Plant बलौदाबाजार ! बलौदाबाजार जिले में हिरमी स्थापित अल्टाटेक सीमेंट संयंत्र में आक्सीजन सिलेंडर फटने से वहाँ कार्यरत तीन मजदुरो की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मृत मजदुरो मे लखेश गायकवाड़, शत्रुहन वर्मा ,व उमेश वर्मा है घटना से गुस्साये मजदुरो एव ग्रामीणों ने काम बंद कर संयंत्र के गेट जाम कर दिया।
काफी हंगामे प्रबंधन के साथ अनेक दौर की बातचीत के बाद अंततः रात्रि दो बजे परिजनों एवं प्रबंधन के बीच समझौता हुआ जिसमें प्रत्येक मृत मजदूर के उत्तराधिकारी को 35 लाख रुपये, रेगुलर सप्लाई नौकरी दी जायेगी। जिसके बाद जनप्रतिनिधियों परिजनों, ठेकेदार कंपनी प्रबंधन के बीच लिखित समझौता हुआ और रात्रि दो बजे प्रत्येक परिजनों को नगद पांच लाख रुपये दिया गया तब जाकर हंगामा शांत हुआ।
घटना कैसे घटी यह तो जांच के बाद पता चलेगा पर वहाँ कार्यरत मजदुरो ने मीडिया के सामने न आते हुए बताया कि विस्फोट भयानक था। तीनों मृतकों की बाडी 35 से 40 फीट ऊपर उछल गयी थी तथा लाश क्षतविक्षत हो गया था।
अल्टाटेक सीमेंट संयंत्र में हुआ हादसा कहीं न कहीं सुरक्षा में बड़ी चुक है। कुछ दिन पूर्व भी इसी कंपनी के ग्राम कुकुरडीह मे नवनिर्माणधीन सीमेंट संयंत्र में कार्य के दौरान मौत हो गई थी जिसकी जांच रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है और मजदूर बाहरी राज्य का होने के कारण दबाव पूर्वक बहुत कम मुआवजा देकर परिजनों को चलता कर दिया गया।
अल्टाटेक सीमेंट संयंत्र में हुए हादसे में कंपनी प्रबंधन ने अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास किया और समझौता ठेकेदार व परिजनों के बीच करवाया जिससे मृत मजदुरो के परिजनों को कंपनी मे स्थाई नौकरी न देकर ठेकेदार के अंदर ही नौकरी देने की बात व 35 लाख रूपये मुआवजा राशि देने का लिखित मे समझौता हुआ। रात्रि दो बजे तीनों मृत मजदुरो के परिजनों को पांच पांच लाख रूपये नगद प्रदान किया गया।
संयंत्रों मे हो रहे हादसो मे अक्सर प्रबंधन पल्ला झाड़ते नजर आता है और मीडिया के सामने घटना की वस्तुस्थिति बताने से इंकार करता है जो कही न कहीं इस बात का घोतक है कि संयंत्र मे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी लापरवाही बरती जा रही है और घटनाएं हो रही है !
हंगामे के बीच मजदुरो का साथ देने जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा व भाजपा की महिला प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रायपुर लक्ष्मी वर्मा रही उपस्थित।
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घटना को लेकर आगे किस तरह की जांच होती है यह तो आने वाला समय बतायेगा कि जांच के बाद सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले कंपनी पर प्रशासन क्या कार्यवाही करती है। या फिर इसे महज हादसा बता छोड़ देती है।