Corporation commissioner : निगम आयुक्त शहर की व्यवस्था सुधारने नहीं दे रहे ध्यान – सुजीत दत्ता

Corporation commissioner :

Corporation commissioner निगम आयुक्त शहर की व्यवस्था सुधारने नहीं दे रहे ध्यान – सुजीत दत्ता

 

Corporation commissioner राजनांदगांव । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सदस्य तथा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुजीत दत्ता “बापी” ने नगर पालिक निगम के आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह अधिकारी शहर के प्रायः सभी वार्डों में व्यवस्था सुधारने समुचित ध्यान नहीं दे रहे हैं।

अभी ताजा हालात देखने में शहर के निचले हिस्सों में पानी भरा हुआ है और शहर में लगभग सभी वार्डों में मकान बनाने का काम जोरों पर चल रहा है जिसके चलते आम रास्तों पर बिल्डिंग मटेरियल सामान जैसे कि गिट्टी, मुरूम, रेत, क्षण, ईट आदि रास्तों में बिखरा पड़ा हुआ है। साथ ही साथ सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल है।

जिससे आम नागरिकों की तकलीफ बढ़ गई है। दत्ता ने कहा कि अधिकारीगण सत्तासीन कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की भी बात नहीं मान रहे हैं बात नहीं मानते हुए जनहित के कार्यों की उपेक्षा कर रहे हैं यह किसी की हित में नहीं है।

श्री दत्ता ने आगे कहा कि यही हाल रहा तो इसका खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। इसके लिए पार्टी के आलाकमान से शिकायत की जाएगी।

 

कलेक्टर भी ध्यान दें –

 

निगम की व्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेता सुजीत दत्ता ने कहा कि बहुत लंबे समय से कोई भी कलेक्टर निगम में आकस्मिक निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। जिससे वहां अराजकता का माहौल बनता जा रहा है। उचित होगा कि समय-समय पर कलेक्टर निगम की व्यवस्था सुधारने हस्तक्षेप करें। आकस्मिक निरीक्षण कर खामियों को देखें।

श्री दत्त ने आगे कहा कि यहां अवैध निर्माण को लेकर आए दिन शिकायतें मिलती रहती है। जिस पर निगम के अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। यह तो अवश्य होता होगा कि अवैध निर्माण को लेकर मामले जिला पंजीयक व कलेक्टर को आगे बढ़ा दिए जाते होंगे।

 

UltraTech Cement Plant : अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र में सिलेंडर विस्फोट, 35 से 40 फीट उछले मजदूर की हुई मौत, देखिये VIDEO

 

जिस पर भी कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है। इससे अवैध निर्माण करने वाले के हौसले बुलंद बने हुए हैं और सत्तासीन पार्टी के खिलाफ विपक्ष को बोलने का मौका मिल रहा है। इस पर पार्टी को भी ध्यान देना होगा और उच्चाधिकारियों को भी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU