Bhanupratappur : बड़े साहब बिक्री बढ़ाने में नही बल्कि छटनी करने में रूचि दिखा रहे

Bhanupratappur : बड़े साहब बिक्री बढ़ाने में नही बल्कि छटनी करने में रूचि दिखा रहे

Bhanupratappur : बड़े साहब बिक्री बढ़ाने में नही बल्कि छटनी करने में रूचि दिखा रहे

लोकल को छोड़कर बाहर जिले से भ्रष्ट को दे रहे प्राथमिकता

भानुप्रतापपुर। नियम कायदे को ताक में रखते हुए जिला आबकारी अधिकारी विगत छह माह से शराब कि बिक्री बढ़ाने पर नही बल्कि पुराने कर्मचारियों को छटनी करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे है। यही कारण है कि अब तक 10 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

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बचे लोग भी दहशत में समय काट रहे है, उनके स्थान पर कई भ्रष्ट लोग जो साहब के खास है उन्हें दुकान की कमान सौप दिए गए है,आखिर साहब इन पर इतना मेहरबान क्यो? जो कई संदेहों को जन्म दे रही है। भ्रष्ट कर्मचारी का खुलासा जल्द किया जाएगा।

विदित हो कि अधिकारी का प्रमुख दायित्व होता है, कि जो कार्य उन्हें सौपी गई है उन्हें भलीभांति से निर्वहन करते हुए सही संचालन करना, लेकिन बड़े साहब इन पर नही बल्कि पुराने कर्मचारियों को प्रताड़ित कर उन्हें हटाने में लगे हुए है। पहले की अपेक्षा विगत महीनों से शराब की बिक्री भी कम होने के बात सामने आ रही है।

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छह माह के दौरान निकाले गए कर्मचारी, भगत सिंह कश्यप सेल्समैन,योगेश्वर पटेल सेल्समैन, सत्यनारायण यादव सेल्समैन, मोती लाल जैन गार्ड, भूषण गार्ड,शिव प्रसाद कुंजाम गार्ड, वही इन लोग ओम प्रकाश जायसवाल मैनेजर,नंदन

मैनेजर,विकास सिंह एवं अभिषेक शर्मा है जिनमे कुछ कर्मचारी बड़े साहब के प्रताड़ना से खुद छोड़ दिये क्योंकि साहब गन्दी-गन्दी गलियों के साथ मारपीट करने के बात सामने आ रही है। जिसका उदाहरण भगत सिंह है, जिसे बेवजह बुलाकर

गन्दी-गन्दी गलियों के साथ मारपीट की गई। यदि कोई कर्मचारी गलती करता है उसे डांटने-फटकारने का अधिकार समझ मे आता है लेकिन गन्दी-गन्दी गलियों व मारपीट करना एक अधिकारी के लिए अशोभनीय बात है।

पदस्थ कुछ कर्मचारियों से जब बात किया तो उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि परिवार व रोजगार हमारी मजबूरी है,लेकिन स्थिति यही रहेगी तो मजबूरीवश कोई और दूसरा काम देखना पड़ेगा।

निकाले गए कर्मचारियों के बदले में नियम तो यही कहता है कि रिक्त स्थानों की पूर्ति लोकल लोगो से किये जाने का प्रावधान है लेकिन बड़े साहब के द्वारा महासमुंद बागबहार क्षेत्र कई भ्रष्ट लोगो को बुलवाकर दुकान सौप रहे है जो आपसी

कई संदेहों को जन्म दे रही है। बहरहाल यदि उच्च अधिकारी मामले में गंभीरता नही दिखाएंगे तो आने वाले समय स्थिति और भी खराब हो सकती है।

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