कलेक्टर ने कराया विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के 6 बच्चों का शाला प्रवेश
:हिंगोरा सिंह:
अंबिकापुर: विभिन्न परिस्थितियों के कारण शाला छोड़ चुके बच्चों को
पुनः शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने जिला प्रशासन की पहल आज रंग ला रही है।
कलेक्टर विलास भोसकर के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग द्वारा
विकासखण्ड स्तरीय समिति का गठन किया गया। जिले में विशेष अभियान
चलाकर शाला त्यागी बच्चों का चिन्हांकन किया जा रहा है।

इसी कड़ी में मंगलवार को विकासखण्ड लुण्ड्रा के छेरमुंडा संकुल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के 06 शालात्यागी बच्चों को प्रवेश दिलाया गया। जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री भोसकर ने इन बच्चों को पुस्तक, स्कूल ड्रेस सहित अन्य सामग्री प्रदान कर औपचारिक शाला प्रवेश कराया।
अध्ययन सामग्री पाकर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ गई, बच्चों ने कहा कि अब हम स्कूल जाना नहीं छोड़ेंगे। कलेक्टर श्री भोसकर ने इस दौरान उपस्थित बच्चों के माता-पिता को शिक्षा की महत्ता को बताते हुए बच्चों को नियमित स्कूल भेजने प्रेरित किया।

उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढ़ने कहा एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश झा को लगातार मॉनिटरिंग के निर्देश दिए तथा शाला त्यागी बच्चों के पालकों को शाला भेजने प्रेरित करने निर्देशित किया।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टरश्री सुनील नायक, राम सिंह ठाकुर, अमृत लाल ध्रुव, नगर निगम कमिश्नर डी एन कश्यप,सर्व एसडीएम सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
इन बच्चों का हुआ शाला प्रवेश-
प्राथमिक शाला गोती डुमर में कक्षा तीसरी में कुमारी बुटु एवं कक्षा दूसरी में दिनेश को प्रवेश दिलाया गया। वहीं माध्यमिक शाला आसनडीह में कक्षा छठवीं में लबिता, कक्षा आठवीं में धनेश्वरी, कक्षा छठवीं में मुनेश्वर एवं कक्षा छठवीं में अनूकसाय प्रवेशित हुए।
