अल्लूरी सीताराम राजू जिले में 18 नवंबर को हुई भीषण मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात नक्सली कमांडर माडवी हिडमा और उसकी पत्नी राजे का शव दो दिन बाद आज सुबह उनके गृहग्राम पूवर्ती पहुंचाया गया। दोनों का अंतिम संस्कार गांव में ही किया जाएगा।

हिडमा की मौत के बाद उसके गांव में मातम छा गया था। इस दौरान हिडमा की मां ने पुलिस से भावुक अपील करते हुए कहा था—
“मैं बूढ़ी हो चुकी हूं… बेटे का शव नहीं ला सकती। पुलिस मेरे बेटे का शव गांव ले आए, ताकि मैं अंतिम संस्कार कर सकूं।”

परिजनों की मांग के बाद आज सुबह पुलिस शव गांव तक लेकर पहुंची, जहां परिवारजन और ग्रामीण अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे हैं।
18 नवंबर की मुठभेड़ में हिडमा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे, उसके गार्ड सहित कुल 6 नक्सली ढेर हुए थे। हिडमा की मौत की पुष्टि के बाद सुकमा जिले में आतिशबाजी कर जश्न भी मनाया गया था, वह लंबे समय से क्षेत्र में नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड माना जाता था।