“Chetichand”: भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव पर सिंधी समाज में उमंग, सद्भावना और भाईचारे का महापर्व”
गरियाबंद। चैत्र शुक्ल द्वितीया से सिंधी नववर्ष का शुभारंभ होता है, जिसे चेटीचंड के नाम से जाना जाता है। चैत्र मास को सिंधी भाषा में ‘चेट’ और चांद को ‘चण्डु’ कहा जाता है। इसीलिए चेट...
 
	
 
											 
											 
											 
											